रांची: झारखंड सरकार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार की पत्नी प्रीति कुमार से ईडी के रांची जोनल ऑफिस में तकरीबन छह घंटे तक पूछताछ हुई. रांची जोनल ऑफिस में पूछताछ के दौरान प्रीति कुमार से दस दिनों के भीतर बड़गाईं स्थित बर्लिन अस्पताल की जमीन की खरीद फरोख्त से जुड़े दस्तावेज, पेमेंट समेत अन्य विषयों की जानकारी मांगी है.
वहीं, ईडी ने हलफनामा के जरिए प्रीति कुमार, उनके परिवार और आश्रितों की पूरी जानकारी मांगी है. ईडी ने प्रीति कुमार को पहला समन 3 जनवरी की उपस्थिति का भेजा था, लेकिन वह एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुई थीं. जिसके बाद एजेंसी ने उन्हें 12 जनवरी को दिन के 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया था. जानकारी के मुताबिक, दोपहर 12 बजे तक वह एजेंसी के दफ्तर नहीं पहुंची थी, इसके बाद एजेंसी के अधिकारियों ने उनके आने के बावत पूछा, जिसके बाद वह दिन के करीब 1:30 बजे एजेंसी के रांची जोनल ऑफिस पहुंची. शाम सात बजे तक एजेंसी कार्यालय में उनसे पूछताछ हुई.
बर्लिन अस्पताल के सर्वे में पाया गया था कब्जा: 13 अप्रैल 2023 को ईडी ने बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के यहां छापेमारी की थी. तब उसके यहां से कई जमीन के कागजात बरामद किए गए थे. सरकारी दस्तावेज घर में रखने को लेकर भानु के खिलाफ सदर थाने में भी एफआईआर दर्ज की गई थी. ईडी ने जांच के दौरान पाया था कि भानु प्रताप ने दस्तावेजों की हेरफेर व गड़बड़ी कर कई प्रभावशाली लोगों को जमीन कब्जा कराया था. भानु के यहां से ही प्रीति कुमार की जमीन के दस्तावेज मिले थे. इसके बाद ईडी ने उनके बर्लिन अस्पताल की जमीन की जानकारी बड़गाई अंचल से मांगी थी. ईडी ने अस्पताल का सर्वे दिसंबर महीनें में कराया था, तब तकरीबन आठ कट्ठा जमीन पर अवैध कब्जे की बात सामने आयी थी.
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