रांचीः झारखंड सरकार के पूर्व खान सचिव निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल से जुड़े मामले में ईडी की जांच एक बार फिर से तेज हो गयी है. गुरुवार को रांची स्थित ईडी कार्यालय में 4 जिलों के डीएमओ से पूछताछ की गयी, साथ ही पल्स अस्पताल के वित्तीय लेनदेन की भी जांच की गयी.
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चार जिलों के डीएमओ तलब, बोकारो में अवैध खनन पर भी जांचः गुरुवार को ईडी ने खूंटी के डीएमओ मो. नदीम शमी, चाईबासा के डीएमओ निशांत अभिषेक, सरायकेला के डीएमओ सन्नी कुमार और चतरा के डीएमओ गोपाल कुमार दास से सुबह नौ बजे से ही पूछताछ शुरू की. चाईबासा, सरायकेला और चतरा डीएमओ पूर्व में भी ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए उपस्थित हुए थे.
जानकारी के मुताबिक गोपाल कुमार दास पूर्व में बोकारो में पोस्टेड थे, उनकी बोकारो तैनाती के दौरान जिला में अवैध खनन के जरिए काफी अवैध कमायी की गई थी. गोपाल से बोकारो के कार्यकाल के दौरान अवैध खनन के पहलूओं पर ईडी ने जानकारी मांगी है. चारों डीएमओ से ईडी की टीम देर रात तक पूछताछ करती रही. वहीं दूसरी तरफ पल्स अस्पताल के वित्तिय प्रबंधन से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की गयी. पल्स अस्पताल प्रबंधन से जुड़े कई लोगों को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था.
गंगा हादसे की पड़तालः जानकारी यह भी मिली है कि ईडी साहिबगंज में हुए गंगा नदी हादसे की भी पड़ताल कर रही है. आशंका है कि अवैध खनिज के परिवहन की वजह से कहीं यह हादसा तो नहीं हुआ है. गंगा नदी हादसे में ईडी यह पड़ताल करेगी कि मार्च में हुआ हादसा कहीं अवैध खनिज के परिवहन से तो नहीं जुड़ा है. ईडी ने साहिबगंज में खनन व परिवहन से जुड़े कई दस्तावेज हासिल किए हैं. साहिबगंज डीएमओ विभूति कुमार से पूछताछ में भी कई जानकारियां व दस्तावेज ईडी ने लिए थे. इन सारे दस्तावेजों की स्क्रूटनी की जा रही है.
ईडी ने जांच में पाया है कि साहिबगंज, पाकड़ व दुमका अवैध खनन का गढ़ है. 24 मार्च की रात गंगा नदी में स्टोन चिप्स से लदी कई गाड़ियां राजधानी कार्गो शिप के डूबने से गंगा में डूब गई थी. हादसे को लेकर कटिहार के मनिहारी में एफआईआर दर्ज की गई थी. अंदेशा है कि अवैध स्टोन चिप्स के ओवरलोडिंग के कारण कार्गो शिप डूब गई थी. इस मामले में मृत जुबेर आलम के पिता अब्दुल खलील के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई थी. कटिहारी के मनिहारी में दर्ज एफआईआर में अवैध तरीके से साहिबगंज से मनिहारी के बीच स्टोन चिप्स की ढ़ुलाई की जा रही थी.
ईडी ने साहिबगंज जाकर जुटाई थी जानकारीः ईडी सूत्रों के मुताबिक राज्य में अवैध खनन के जरिए तत्कालीन सचिव और सफेदपोशों के तार को खंगालने के लिए ईडी की टीम ने बीते दिनों साहिबगंज और पाकुड़ जाकर काफी जानकारी जुटायी थी. ईडी अब मार्च महीने में साहिबगंज से कटिहार के बीच गंगा नहीं हादसे में अवैध तस्करी की वजहों पर पड़ताल कर रही है. अंदेशा जताया गया है कि गंगा नदी के रास्ते भारी पैमानें पर स्टोन चिप्स की तस्करी की जाती है.