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Land Scam In Ranchi: रांची में जमीन घोटाले में मामले में ईडी की कार्रवाई तेज, 74 करोड़ से अधिक की संपत्ति को ईडी ने किया अटैच - रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन

रांची में जमीन घोटाले मामले में कुल 74 करोड़ से अधिक संपत्ति को ईडी ने अटैच कर लिया है. रांची के बरियातू में सेना की जमीन और बजरा मौजा की जमीन को फर्जी तरीके से अधिकारी की मिलीभगत से बेच दी गई थी. इस मामले में ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है.

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ED Attached Property In Land Scam Case
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Published : Jun 12, 2023, 10:58 PM IST

रांचीः झारखंड में जमीन घोटाले मामले में अब ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद अब फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री की गई जमीन को अटैच कर लिया गया है. बता दें कि बरियातू में सेना की जमीन और बाजरा मौजा की जमीन की फर्जी तरीके से बिक्री की गई थी. जिसके बाद इस केस की जांच ईडी कर रही थी. अब दोनों जमीन को ईडी ने अटैच कर लिया है. जिसकी बाजार में कीमत करीब 74 करोड़ रुपए से अधिक है. जमीन को अटैच करने की जानकारी ईडी की ओर से ट्वीट कर दी गई है.

ये भी पढ़ें-रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई, कारोबारी अमित अग्रवाल के साथ दिलीप घोष को किया गिरफ्तार

25 करोड़ में बेची गई थी जमीनः सेना की कब्जे वाली 4.55 एकड़ और बजरा मौजा की 7.16 एकड़ जमीन को गलत दस्तावेज बना कर जमीन माफिया और अधिकारी ने बेच दिया था. सेना की जमीन की कीमत करीब 41.51 करोड़ रुपए है, वहीं बजरा मौजा की जमीन की कीमत 32.87 करोड़ बताई गई है. लेकिन इस जमीन को फर्जी तरीके से अधिकारी और माफियाओं ने कोलकाता के कारोबारी दिलीप घोष को करीब 25 करोड़ में बेच दिया था.

अब तक 10 की हुई है गिरफ्तारीः बता दें कि झारखंड में जमीन हेरा-फेरी मामले में ईडी ने बरियातू थाना में दर्ज एक केस से जांच शुरू की थी. इस जमीन घोटाले की परत खोलने के लिए ईडी ने पहली छापेमारी पिछले वर्ष रांची के चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल के ठिकानों पर की थी. इस छापेमारी में कई दस्तावेज ईडी के हाथ लगे थे. जिसके बाद दोबारा से 13 मई को रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन समेत 22 ठिकानों पर एक साथ ईडी ने दबिश दी थी. इस छापेमारी में सात लोगों को ईडी ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद सभी से लंबी पूछताछ हुई फिर जेल भेज दिए गए हैं.

जानिए कब किसकी हुई गिरफ्तारीः बाद में आईएएस छवि रंजन को 22 मई को ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वह उस दिन ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे. दोबारा ईडी ने हाजिर होने का आदेश दिया. जिसके बाद 24 मई को छवि रंजन ईडी दफ्तर पहुंचे थे. इस दिन करीब 11 घंटे से अधिक पूछताछ हुई. इस पूछताछ से निकली जानकारी को आगे बढ़ाते हुए और भी कई लोगों से पूछताछ हुई. बाद में फिर चार मई को छवि रंजन को ईडी दफ्तर बुलाया गया. इस दिन करीब 12 घंटे पूछताछ हुई. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी की कार्रवाई से जमीन माफियाओं में दहशत व्याप्त है.

रांचीः झारखंड में जमीन घोटाले मामले में अब ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद अब फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री की गई जमीन को अटैच कर लिया गया है. बता दें कि बरियातू में सेना की जमीन और बाजरा मौजा की जमीन की फर्जी तरीके से बिक्री की गई थी. जिसके बाद इस केस की जांच ईडी कर रही थी. अब दोनों जमीन को ईडी ने अटैच कर लिया है. जिसकी बाजार में कीमत करीब 74 करोड़ रुपए से अधिक है. जमीन को अटैच करने की जानकारी ईडी की ओर से ट्वीट कर दी गई है.

ये भी पढ़ें-रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई, कारोबारी अमित अग्रवाल के साथ दिलीप घोष को किया गिरफ्तार

25 करोड़ में बेची गई थी जमीनः सेना की कब्जे वाली 4.55 एकड़ और बजरा मौजा की 7.16 एकड़ जमीन को गलत दस्तावेज बना कर जमीन माफिया और अधिकारी ने बेच दिया था. सेना की जमीन की कीमत करीब 41.51 करोड़ रुपए है, वहीं बजरा मौजा की जमीन की कीमत 32.87 करोड़ बताई गई है. लेकिन इस जमीन को फर्जी तरीके से अधिकारी और माफियाओं ने कोलकाता के कारोबारी दिलीप घोष को करीब 25 करोड़ में बेच दिया था.

अब तक 10 की हुई है गिरफ्तारीः बता दें कि झारखंड में जमीन हेरा-फेरी मामले में ईडी ने बरियातू थाना में दर्ज एक केस से जांच शुरू की थी. इस जमीन घोटाले की परत खोलने के लिए ईडी ने पहली छापेमारी पिछले वर्ष रांची के चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल के ठिकानों पर की थी. इस छापेमारी में कई दस्तावेज ईडी के हाथ लगे थे. जिसके बाद दोबारा से 13 मई को रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन समेत 22 ठिकानों पर एक साथ ईडी ने दबिश दी थी. इस छापेमारी में सात लोगों को ईडी ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद सभी से लंबी पूछताछ हुई फिर जेल भेज दिए गए हैं.

जानिए कब किसकी हुई गिरफ्तारीः बाद में आईएएस छवि रंजन को 22 मई को ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वह उस दिन ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे. दोबारा ईडी ने हाजिर होने का आदेश दिया. जिसके बाद 24 मई को छवि रंजन ईडी दफ्तर पहुंचे थे. इस दिन करीब 11 घंटे से अधिक पूछताछ हुई. इस पूछताछ से निकली जानकारी को आगे बढ़ाते हुए और भी कई लोगों से पूछताछ हुई. बाद में फिर चार मई को छवि रंजन को ईडी दफ्तर बुलाया गया. इस दिन करीब 12 घंटे पूछताछ हुई. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी की कार्रवाई से जमीन माफियाओं में दहशत व्याप्त है.

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