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वीरेंद्र राम केस में तीसरा हवाला ऑपरेटर भी गिरफ्तार, ताराचंद गुप्ता को भी ईडी ने दबोचा - रांची न्यूज

ईडी ने हवाला कारोबारी ताराचंद गुप्ता को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है. निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह गिरफ्तारी हुई है.

ED arrested third hawala dealer Tarachand Gupta in Virendra Ram case in ranchi
ED arrested third hawala dealer Tarachand Gupta in Virendra Ram case in ranchi
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Published : Jun 25, 2023, 8:55 AM IST

रांचीः झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक और हवाला कारोबारी ताराचंद गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पूर्व शनिवार को ईडी ने नीरज मित्तल और राम प्रकाश भाटिया को गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ेंः ED Action: वीरेंद्र राम की काली कमाई के राजदार रहे दो हवाला कारोबारी गिरफ्तार, ईडी ने दबोचा

कारवाई जारी है ईडी कीः वीरेंद्र राम से जुड़े जिन हवाला कारोबारियों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें नीरज मित्तल, ताराचंद गुप्ता और राम प्रकाश भाटिया शामिल हैं. ईडी ने नीरज मित्तल को रांची जोनल ऑफिस में समन कर बुलाया था, जहां पूछताछ के बाद देर रात नीरज को गिरफ्तार किया गया. नीरज को ईडी ने शनिवार को ही जेल भेज दिया. वहीं, शनिवार की शाम दिल्ली से ईडी ने रामप्रवेश भाटिया को गिरफ्तार किया, जबकि देर रात ताराचंद की गिरफ्तारी हुई. तीनों हवाला कारोबारी वीरेंद्र राम की अवैध कमाई की एंट्री और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल रहे थे. वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में ईडी ने दिल्ली पुलिस की एसीबी में तीन मार्च को एफआईआर दर्ज कराई थी. इस केस को भी ईडी ने टेकओवर कर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी. जिसके बाद ईडी ने तीनों हवाला ऑपरेटर को गिरफ्तार किया.

जमशेदपुर से दिल्ली भेजा जाता था पैसाः ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि जमशेदपुर से दिल्ली नगद पैसे भेजे जाते थे. नवंबर 2022 से जनवरी 2023 के दौरान ही पांच करोड़ कैश भेजे गए थे. सीए मुकेश मित्तल के कहने पर कैश लाने ले जाने में हवाला कारोबारी रवि बाधवानी की मदद की गई थी. इन पैसों को आठ से दस किश्तों में दिल्ली लाया गया था. बदले में हर बार रवि बाधवानी को 3.50 लाख रुपए तक कमीशन मिले. पैसे मिलने के बाद नीरज मित्तल ने अलग अलग खातों में एंट्री कर बोगस बिल तैयार किया. नीरज को भी इसके बदले मोटी राशि कमीशन के तौर पर मिली.

नीरज के कहने पर ताराचंद ने खोली थी तीन फर्जी कंपनीः ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि ताराचंद ने ही सचिन गुप्ता के नाम से तीन कंपनी ओम ट्रेडर्स, श्री खाटू श्याम जी ट्रेडर्स, अनिल जी गोविद राम ट्रेडर्स के नाम से बैंक खाते खोले थे. इन कंपनियों के बैंक खातों का इस्तेमाल भी ताराचंद ने नीरज के कहने पर मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया था. ईडी ने जांच में पाया कि फर्जी पैन का इस्तेमाल कर ये खाते खोले गए थे. ताराचंद ने अपनी तस्वीर लगाकर तीन अलग अलग पैन के सहारे ये खाते खोले थे. इन खातों से करोड़ों के ट्रांजेक्शन के बाद भी कभी टैक्स नहीं दिया गया था. पूछताछ में ताराचंद ने स्वीकार किया था कि उसने नीरज मित्तल के कहने पर 2017 में खाते खोले थे. तब से इन खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में हो रहा था.

8.70 करोड़ की रामप्रकाश ने की थी एंट्रीः ईडी ने जांच में पाया है कि 8.70 करोड़ की फर्जी एंट्री रामप्रकाश भाटिया ने की थी. रामप्रकाश भाटिया कैश सीए मुकेश मित्तल के यहां से लेता था. उसने 8.70 रुपए की फर्जी एंट्री अलग अलग बैंक खातों के जरिए की, फर्जी बिल बनाए. इसी राशि से 4.48 करोड़ रुपए वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के खाते में डलवाए गए थे. जबकि दिल्ली के अंसल सतबारी में जमीन की खरीद पर प्रीति कुमार नाम की महिला को 3.96 करोड़ का भुगतान हुआ था.

रांचीः झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक और हवाला कारोबारी ताराचंद गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पूर्व शनिवार को ईडी ने नीरज मित्तल और राम प्रकाश भाटिया को गिरफ्तार किया था.

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कारवाई जारी है ईडी कीः वीरेंद्र राम से जुड़े जिन हवाला कारोबारियों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें नीरज मित्तल, ताराचंद गुप्ता और राम प्रकाश भाटिया शामिल हैं. ईडी ने नीरज मित्तल को रांची जोनल ऑफिस में समन कर बुलाया था, जहां पूछताछ के बाद देर रात नीरज को गिरफ्तार किया गया. नीरज को ईडी ने शनिवार को ही जेल भेज दिया. वहीं, शनिवार की शाम दिल्ली से ईडी ने रामप्रवेश भाटिया को गिरफ्तार किया, जबकि देर रात ताराचंद की गिरफ्तारी हुई. तीनों हवाला कारोबारी वीरेंद्र राम की अवैध कमाई की एंट्री और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल रहे थे. वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में ईडी ने दिल्ली पुलिस की एसीबी में तीन मार्च को एफआईआर दर्ज कराई थी. इस केस को भी ईडी ने टेकओवर कर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी. जिसके बाद ईडी ने तीनों हवाला ऑपरेटर को गिरफ्तार किया.

जमशेदपुर से दिल्ली भेजा जाता था पैसाः ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि जमशेदपुर से दिल्ली नगद पैसे भेजे जाते थे. नवंबर 2022 से जनवरी 2023 के दौरान ही पांच करोड़ कैश भेजे गए थे. सीए मुकेश मित्तल के कहने पर कैश लाने ले जाने में हवाला कारोबारी रवि बाधवानी की मदद की गई थी. इन पैसों को आठ से दस किश्तों में दिल्ली लाया गया था. बदले में हर बार रवि बाधवानी को 3.50 लाख रुपए तक कमीशन मिले. पैसे मिलने के बाद नीरज मित्तल ने अलग अलग खातों में एंट्री कर बोगस बिल तैयार किया. नीरज को भी इसके बदले मोटी राशि कमीशन के तौर पर मिली.

नीरज के कहने पर ताराचंद ने खोली थी तीन फर्जी कंपनीः ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि ताराचंद ने ही सचिन गुप्ता के नाम से तीन कंपनी ओम ट्रेडर्स, श्री खाटू श्याम जी ट्रेडर्स, अनिल जी गोविद राम ट्रेडर्स के नाम से बैंक खाते खोले थे. इन कंपनियों के बैंक खातों का इस्तेमाल भी ताराचंद ने नीरज के कहने पर मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया था. ईडी ने जांच में पाया कि फर्जी पैन का इस्तेमाल कर ये खाते खोले गए थे. ताराचंद ने अपनी तस्वीर लगाकर तीन अलग अलग पैन के सहारे ये खाते खोले थे. इन खातों से करोड़ों के ट्रांजेक्शन के बाद भी कभी टैक्स नहीं दिया गया था. पूछताछ में ताराचंद ने स्वीकार किया था कि उसने नीरज मित्तल के कहने पर 2017 में खाते खोले थे. तब से इन खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में हो रहा था.

8.70 करोड़ की रामप्रकाश ने की थी एंट्रीः ईडी ने जांच में पाया है कि 8.70 करोड़ की फर्जी एंट्री रामप्रकाश भाटिया ने की थी. रामप्रकाश भाटिया कैश सीए मुकेश मित्तल के यहां से लेता था. उसने 8.70 रुपए की फर्जी एंट्री अलग अलग बैंक खातों के जरिए की, फर्जी बिल बनाए. इसी राशि से 4.48 करोड़ रुपए वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के खाते में डलवाए गए थे. जबकि दिल्ली के अंसल सतबारी में जमीन की खरीद पर प्रीति कुमार नाम की महिला को 3.96 करोड़ का भुगतान हुआ था.

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