रांचीः पिछले तीन वित्तीय वर्षों से देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है और कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हो गई है. इससे उबारने में वित्तीय वर्ष 2022-23 झारखंड का बजट काफी लाभदायक सिद्ध होगा. ये बातें राजकोषीय अध्ययन संस्थान के निदेशक और अर्थशास्त्री हरीश्वर दयाल ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहीं.
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हरीश्वर दयाल ने कहा कि बजट का आकार बड़ा होने से राज्य का विकास तेज गति से होता है. उन्होंने कहा कि बजट के प्रावधानों को देखेंगे तो राज्य सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा और पेयजल को प्राथमिकता दी है. उन्होंने कहा कि शिक्षा पर पिछले बजट की तूलना में करीब 6 फीसदी अधिक खर्च करने का प्रावधान किया गया है. हालांकि, सराकर ने स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर पर बल दिया, जो सराहनीय है.
हरीश्वर दयाल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट को जनहितकारी बताते हुए कहा कि इस बजट के जरिए जनभागीदारी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि बजट में पोषण पर भी सरकार की फोकस है. आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को गरम कपड़ों का प्रावधान, सौ यूनिट तक गरीबों और किसानों को मुफ्त बिजली, साहिबगंज में एयरपोर्ट निर्माण आदि का प्रावधान किया गया है. गुरुजी क्रेडिट कार्ड झारखंड के छात्र छात्राओं के लिए सार्थक पहल है.
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने झारखंड विधानसभा में गुरुवार को भारी भरकम बजट पेश किया है. बजट आकार एक लाख एक हजार एक सौ एक करोड़ रुपये का है, जिसमें राजस्व व्यय 76,273 करोड़ और पूंजीगत व्यय में 59 फीसदी वृद्धि करते हुए सरकार ने 24 हजार 8 सौ 27 करोड़ 70 लाख रुपए का प्रस्ताव किया है.