रांची: जिले में डुप्लीकेट और निष्क्रिय राशन कार्ड की जांच की जाएगी. इसको लेकर कलेक्ट्रेट में डीडीसी अनन्य मित्तल ने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कई निर्देश दिए हैं. जिससे कि छूटे हुए गरीब योग्य लाभुकों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया जा सके और उन्हें राशन मिल सके.
इस बैठक में डीडीसी अनन्य मित्तल ने सभी प्रखंड में डुप्लीकेट राशन कार्डधारी लाभुकों के सत्यापन के बाद कार्ड रद्द करने की कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि रांची जिला में राष्ट्रीय खाद सुरक्षा अधिनियम के तहत आच्छादित होने वाले लाभुकों की अधिकतम संख्या पहले से भारत सरकार ने निर्धारित की है. जिसमें वृद्धि नहीं की जा सकती है. इसलिए छुटे हुए गरीब योग्य लाभुकों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने के लिए जिले में डुप्लीकेट और निष्क्रिय राशन कार्डधारी लाभुकों को सूची से हटाया जाना जरूरी है. वहीं, जिला शिक्षा अधीक्षक को जिले के सभी पीडीएस दुकान पर शिक्षक की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश पहले ही दिया गया था. ऐसे में बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक को किसी प्रतिनियुक्ति शिक्षक का स्थानांतरण होने पर अपने स्तर से जरूरी संशोधित आदेश निर्गत करने का निर्देश दिया गया है. पीडीएस दुकान में प्रतिनियुक्त शिक्षक डुप्लीकेट और निष्क्रिय राशन कार्ड धारी के लाभुकों की जांच करेंगे और जांच प्रतिवेदन संबंधित पदाधिकारियों को सौंपेंगे. इसके बाद राशन कार्ड रद्द किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- गढ़वा: विधायक भानु प्रताप शाही ने पदाधिकारियों को धूप में किया रिचार्ज! 1 घंटे के अंदर सुधर गई बिजली व्यवस्था
बता दें कि रांची जिले में नए राशन कार्ड के कुल 89 हजार 479 आवेदन लंबित है, जबकि 42 हजार 684 संदिग्ध डुप्लीकेट यूआईडी वाले राशन कार्डधारी लाभुक है. साथ ही 5 हजार 50 वैसे राशन कार्डधारी हैं, जिनके जरिए पिछले 6 महीने से राशन उठाओ नहीं किया गया है.