रांची: सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा लाए गए हिट एंड रन कानून के खिलाफ देशभर में ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है. झारखंड में भी ड्राइवर इस कानून का विरोध कर रहे हैं. ड्राइवर मंगलवार को काला बिल्ला लगाकर इस कानून का विरोध जताएंगे.
झारखंड के ड्राइवरों ने विरोध करते हुए कहा कि हमने अभी तक बस और अन्य परिवहन सेवाओं को बाधित नहीं किया है, लेकिन नेशनल हाईवे पर दिखे सड़क जाम के कारण कई बस चालक आज अपनी बसें और ट्रक लेकर नहीं निकले हैं. चालकों और बस कर्मियों का कहना है कि इस नये कानून को लेकर चालक और उपचालक काफी परेशान हैं. सभी वाहन चालक सड़कों पर अपने वाहन रोककर इस कानून का विरोध कर रहे हैं.
'मजदूरों के लिए काला कानून': चालकों का समर्थन कर रहे वाम दल के नेता अजय सिंह ने कहा कि यह कानून मजदूरों के लिए काला कानून है. जिस तरह भारत सरकार को किसानों के खिलाफ लाए गए तीन कानून वापस लेने पड़े, उसी तरह इस कानून को भी वापस लेना होगा. मंगलवार को सभी ड्राइवर और विपक्षी दल काला बिल्ला लगाकर इस कानून का विरोध करेंगे. अगर जल्द से जल्द इस कानून के नियम नहीं बदले गए तो आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
'कानून ड्राइवरों के लिए आत्महत्या जैसा': बस चालक कल्याण संघ के अध्यक्ष बजरंगी राणा सिंह ने कहा कि यह कानून ड्राइवर के लिए आत्महत्या जैसा है. क्योंकि इस कानून के तहत सड़क दुर्घटना होने पर चालक को घायल व्यक्ति को खुद अस्पताल पहुंचाने का नियम बनाया गया है. ऐसे में कई बार सड़क दुर्घटना में गुस्साई भीड़ ड्राइवर को निशाना बना लेती है, जिससे ड्राइवर की जान चली जाती है.
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