रांची: राज्य में भगवान महावीर स्वामी का जन्मोत्सव सादगी के साथ मनाया गया. इस दौरान झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष सह मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने राज्य वासियों को भगवान महावीर स्वामी की जन्मोत्सव की बधाई दी.
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उन्होंने कहा कि भगवान महावीर ने संसार से विरक्त होकर राज वैभव त्याग दिया और सन्यासी बनकर आत्म कल्याण के पथ पर निकल गए. 12 साल की कठिन तपस्या के बाद भगवान महावीर को ज्ञान प्राप्त हुआ. उन्होने कहा कि भगवान महावीर ने अहिंसा को सबसे उच्चतम नैतिक गुण बताया. जो मानव को मानव के प्रति प्रेम और मित्रता के साथ रहने का संदेश दिया. साथ ही पशु, पक्षी, जल, जंगल, जमीन के प्रति भी मित्रता और अहिंसक विचार के साथ रहने का उपदेश भगवान महावीर ने दिया.
आज भी प्रासंगिक है भगवान महावीर का संदेश
उन्होंने कहा कि भगवान महावीर का संदेश आज के लिए सर्वाधिक प्रासंगिक इसलिए है, क्योंकि कोरोना संक्रमण में जहां हम एक दूसरे से दूरियां बनाए हुए हैं, वहीं भगवान महावीर का संदेश मानव के प्रति मानव का प्रेम सबसे अधिक आवश्यक है. हमें बीमारी से दूर रहना है बीमार से नहीं और एक दूसरे की सहायता करनी है.