रांची: झारखंड के दो सरकारी खातों से करोड़ों की निकासी के मामले में जांच से जुड़े कागजात सीआईडी ने प्रवर्तन निदेशालय की टीम को उपलब्ध करवा दिया है. ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के पहलुओं को लेकर जांच कर रही.
करोड़ों की हुई थी निकासी
पलामू के विशेष भू-अर्जन के खाते से 12.60 करोड़ और गुमला के आईटीडीए के खाते से 9 करोड़ 5 लाख 16 हजार 700 रुपये की निकासी के मामले में ईडी भी जांच कर रही है. ईडी ने दोनों ही मामलों की जांच कर रही सीआईडी से जांच से जुड़े कागजात, तथ्यों की जानकारी और चार्जशीट मांगी थी, जिसे सीआईडी ने ईडी को सौंप दिया है. पूरे मामले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के पहलुओं पर जांच कर रही है.
दस से अधिक खातों में ट्रांसफर किए गए थे पैसे
सीआईडी ने ईडी को जानकारी दी है कि पलामू के विशेष भू-अर्जन और गुमला आईटीडीए खाते से पैसों को फर्जी तरीके से अलग-अलग दस से अधिक बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया था. सीआईडी के ओर से आईटीडीए के खातों में पैसों की वापसी करा ली गई थी, जबकि अब पलामू भू-अर्जन के खातों के पैसों की वापसी के प्रयास में सीआईडी लगी है. 2018 में खातों से पैसों की निकासी के बाद एक ही दिन में कई अलग अलग खातों में ट्रांसफर किया गया था. इन्हीं पैसों में सर्वाधिक 8.40 करोड़ रकम पूणे के शीतल कंस्ट्रक्शन के खाते में ट्रांसफर की गई थी. बाकि पैसे चंदू भाई पटेल और राउरकेला के एक बैंक खाते में भी ट्रांसफर हुए थे. ऐसे में ईडी अब इन खातों के ट्रांजेक्शन की डिटेल्स खंगालेगी.
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माास्टरमाइंड समेत छह हो चुके हैं गिरफ्तार
सीआईडी ने इस मामले में नकली चेक पर हस्ताक्षर करने वाले निर्भय कुमार उर्फ विवेक को दिसंबर महीने में जमुई के खैरगा से गिरफ्तार किया था. सीआईडी ने मामले की जांच कर गिरोह के मास्टरमाइंड साजन राज, गणेश लोहरा, पंकज तिग्गा, मो. इकबाल अंसारी उर्फ राज, मनीष पांडेय, राजकुमार तिवारी पर चार्जशीट दायर की है.