रांची: बुधवार को रिम्स में एक कोरोना कि पॉजिटिव महिला ने बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद रिम्स के स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग में हड़कंप मच गया है. विभाग में तैनात लगभग सभी डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी खुद को क्वॉरेंटाइन में जाने की बात कह रहे हैं. बुधवार को ड्यूटी में लगे सभी स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों ने शनिवार को इसे लेकर रिम्स के निदेशक डॉ डीके सिंह को एक पत्र भी लिखा, जिसमें उन्होंने खुद को क्वॉरेंटाइन करने की बात कही.
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अब यह सवाल उठने लगा है कि संक्रमित महिला का डिलीवरी करने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को जल्द से जल्द क्वॉरेंटाइन नहीं किया जाता है और उनसे अगर किसी कारणवश काम कराया जाता है तो और भी लोगों के संक्रमित होने का खतरा है. फिलहाल रिम्स के प्रसूति विभाग को बंद कर ओल्ड ट्रामा सेंटर में वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी का इंतजाम कराया गया है. जानकारी के अनुसार यह भी बताया गया है कि अगर डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मी काम पर नहीं आते हैं तो गायनी विभाग को फिलहाल बंद कर दिया जाएगा और रिम्स में आने वाले गर्भवती महिला को इलाज या डिलीवरी के लिए सदर अस्पताल भेजा जा सकता है.
आपको बता दें कि 18 अप्रैल को सदर अस्पताल के प्रसूति विभाग में भी कोरोना संक्रमित महिला ने बच्चे को जन्म दिया था, जिसके बाद तत्काल प्रभाव से विभाग को बंद कर दिया गया था, लेकिन सदर अस्पताल के सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार अस्पताल में फिर से सभी सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन की व्यवस्था बहाल की गई है.