रांचीः जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और मांडर प्रखंड प्रशासन ने सोमवार को मांडर ब्लाॅक में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अभिषेक कुमार, मांडर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुलेमान मुंडारी, मांडर के अंचाधिकारी विजय हेमराज समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम की ओर से डायन प्रथा पर नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक किया गया. मांडर ब्लाॅक के महिला समूह की ओर से भ्रूण हत्या पर नुक्कड़ नाटक कर लोगों को जागरूक किया गया. इसके साथ ही महिला समूह ने महिला समिति से जुड़कर कैसे अपने आप को स्वावलंबी बनाया जा सकता हैं, इसके बारे में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को जानकारी दी.
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उत्तराधिकार संपत्ति में महिला बराबर की हकदार
इस अवसर पर डालसा सचिव अभिषेक कुमार ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के एक जजमेंट के अनुसार महिला और पुरूष अपने बराबर उत्तराधिकार संपत्ति में महिला बराबर की हकदार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पिता की ओर से अर्जित की गई संपत्ति पर जितना अधिकार बेटे का हैं, उतना ही बेटी का भी हैं, समाज में बेटी और बेटे को सामान अधिकर प्राप्त है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से बेटियों को मिलने वाले लाभ के बारे में भी विस्तार से बताया.
बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक ने बताया कि सखी मंडलों में जो ऋण बैंक की ओर से दिया जाता है, उसे सिर्फ बांटकर खत्म करने का उद्देश्य न रखें, बल्कि उस रुपये का उपयोग अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने के लिए और सही से इस्तेमाल करने की जिम्मेदारी भी सखी मंडल के सभी सदस्यों की है.