रांचीः बुधवार को हेहल अंचल (Hehal Circle) में 10 एकड़ 88 डिसमिल जमीन की मापी करने एक पक्ष पहुंचा, तो दूसरा पक्ष मापी रोकने लगा. इससे दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया. हालांकि, इस विवाद में रांची डीसी को कठघरे मे खड़ा किया जा रहा है. इतना ही नहीं, विवाद के दौरान जमीन के रैयत ने पूरे परिवार के साथ आत्मदाह करने का भी प्रयास किया, लेकिन प्रशासन ने बचा लिया है.
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अरगोड़ा इलाके के 10 एकड़ 88 डिसमिल जमीन के विवाद को लेकर एक पक्ष प्रशासन की मदद से मापी करने पहुंचे. वहीं, दूसरा पक्ष जो खुद को रैयत बताते हुए विरोध करने लगे. जमीन के रैयत ने आरोप लगाते हुए कहा कि डीसी के निर्देश पर जमीन से बेदखल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जमीन की कभी भी बिक्री नहीं की गई है और ना ही जमीन की बिक्री का कोई सबूत सीओ ऑफिस या रजिस्ट्री ऑफिस में है. इससे दूसरे पक्ष को दाखिल खारिज के आवेदन को खारिज कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि डीसीएसएलआर कोर्ट से बिनोद सिंह की दावेदारी को खारिज कर दिया. इसके बावजूद डीसी ने इस जमीन को दूसरे पक्ष की जमाबंदी का परमिशन दिया.
डीसी के आदेश पर मापी
दूसरे पक्ष के मंजू मुंडाइन ने कहा कि यह जमीन श्याम सिंह और रवि सिंह भाटिया की है. इन दोनों लोगों ने काम करवाने की जिम्मेवारी सौंपी है. सीओ ओमप्रकाश मंडल से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि जमीन फिलहाल विवादास्पद है, लेकिन डीसी के आदेश पर मापी करने पहुंचे है. उन्होंने कहा कि श्याम सिंह और रवि सिंह भाटिया ने दाखिल खारिज को लेकर आवेदन किया गया था, जिसे अस्वीकृत किया गया था.