रांचीः रांची नगर निगम के मेयर आशा लाकड़ा और नगर आयुक्त के बीच बढ़ता विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को मेयर आशा लकड़ा ने नगर आयुक्त मुकेश कुमार की कार्यशैली और विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि राज्य सरकार की इशारे पर नगर आयुक्त काम करते हैं.
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मेयर आशा लाकड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आयुक्त मुकेश कुमार के वक्तव्य और कार्यप्रणाली में राजनीति झलकती है. नगर आयुक्त को राजनीति करना है तो राजनीति के मंच पर आना चाहिए.
निजी एजेंसी को लाभ पहुंचाने की कोशिश
लकड़ा ने कहा कि नगर पालिका अधिनियम 2011 में दिए गए अधिकारों का सम्मान करने को कहा जा चुका है. इसके बावजूद ऐसी योजनाओं और प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं, जिससे सरकारी राजस्व की क्षति होने की संभावना है. अधिनियम में दी गई शक्तियों को दरकिनार कर अप्रत्यक्ष रूप से किसी ना किसी निजी एजेंसी को लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है.
नगरपालिका एक्ट के प्रावधनों के अनुरूप नहीं लाया जा रहा एजेंडा
मेयर ने कहा कि 25 मार्च को नगर पर्षद की बैठक हुई थी. इस बैठक की एजेंडा स्वीकृति के लिए 23 मार्च को मेरे पास आया था. इसमें प्रस्ताव संख्या 3,4,5,6 और 8 को बैठक में रखने से पहले विस्तृत जानकारी उपलब्य कराए, लेकिन जानकारी नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से उक्त सभी एजेंडों के प्रस्ताव तैयार किया गया, उससे स्पष्ट है कि नगर आयुक्त झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 का उल्लंघन कर रहे हैं. यह आरोप पिछले 7 वर्षों के अनुभव और कानूनी परामर्श लेने के बाद नगर आयुक्त पर लगाया है.
बड़े घोटाले की आशंका
उन्होंने नगर आयुक्त की हठधर्मिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार के इशारों पर कार्य कर रहे हैं. नगर आयुक्त इसी तरह मनमानी करते रहे, तो रांची नगर निगम में बड़े घोटाले की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है.