रांची: भाजपा आलाकमान ने बीते दिनों झारखंड के संगठन महामंत्री को बदल दिया. यूपी में सह संगठन मंत्री का काम देख रहे कर्मवीर का प्रमोशन कर झारखंड में संगठन महामंत्री बना दिया. यहां संगठन महामंत्री बदले जाने के बाद झारखंड बीजेपी में बड़े फेरबदल की चर्चा शुरू हो गई है. इन सबके बीच 15 अगस्त के बाद झारखंड बीजेपी के नए संगठन महामंत्री कर्मवीर के आने की संभावना है, जिसको लेकर पार्टी के अंदर तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि सार्वजनिक मंच पर इससे इनकार किया जा रहा है.
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इधर, झारखंड बीजेपी ने संगठन में बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है. संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह के स्थान पर उत्तरप्रदेश के कर्मवीर को झारखंड का संगठन महामंत्री बनाए जाने के बाद अंदरखाने प्रदेश अध्यक्ष के भी बदले जाने की चर्चा की जा रही है. बताया जा रहा है कि कर्मवीर संघ से जुड़े हुए हैं, उत्तरप्रदेश में वे आरएसएस के प्रांत प्रचारक की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. कर्मवीर अभी तक उत्तर प्रदेश के सह संगठन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. भाजपा के संविधान में अपवादों के रहने से इन अटकलों को हवा भी मिल रही है.
यह है प्रावधानः प्रावधान के अनुसार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है. इस तरह से वर्तमान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश का कार्यकाल अगले वर्ष फरवरी 2023 में पूरा होगा, मगर इनसे पूर्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे दिवंगत लक्ष्मण गिलुआ का कार्यकाल निर्धारित समय सीमा से करीब एक वर्ष ज्यादा रहा था. इस लिहाज से पार्टी के अंदर फेरबदल की अटकलें तेज हो गईं हैं.
भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री आशा लकड़ा का मानना है कि बीजेपी में सबकुछ समयबद्ध ढंग से होता है. संगठन महामंत्री के बदले जाने का मतलब यह नहीं है कि प्रदेश अध्यक्ष भी बदल दिए जाएंगे. एक प्रक्रिया के तहत निर्वाचन होता है और उसके बाद पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करते हैं.
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क्या कहते हैं प्रदेश बीजेपी के शीर्ष नेताः संगठन महामंत्री के बदले जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष के बदले जाने पर अंदरखाने नेताओं की नजर टिकी हुई है. जानकारी के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी नॉन ट्रायबल को ही दिया जाएगा. इसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि विधायक दल के नेता ट्रायबल कोटे से बाबूलाल मरांडी के रूप में है. इसलिए पार्टी को बैलेंस बनाकर चलने के लिए नॉन ट्रायबल को ही जिम्मेदारी दी जाय.
इससे नॉन ट्रायबल समीकरण को लेकर पार्टी के अंदर पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके नेताओं को फिर से मुख्य धारा में लाया जा सकता है. प्रदेश संगठन में बदलाव की चर्चा पर वरिष्ठ नेता और विधायक सीपी सिंह का कहना है कि धर्मपालजी के बाद कर्मवीरजी को संगठन महामंत्री बनाया गया है. उम्मीद करता हूं कि संगठन और मजबूत होगा.
स्वतंत्रता दिवस के बाद आएंगे कर्मवीरः सीपी सिंह ने कहा कि प्रदेश संगठन में बदलाव पार्टी शीर्ष नेतृत्व के हाथ में है, वही तय करते हैं. इधर प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने फेरबदल की आशंका पर कहा कि पार्टी के अंदर नीचे से ऊपर तक चुनाव की प्रक्रिया शुरू होती है. यह अभी शुरू नहीं हुआ है, ऐसे में कोई अटकल लगाना उचित नहीं होगा. बहरहाल बीजेपी के नए संगठन महामंत्री कर्मवीर के 15 अगस्त के बाद रांची पहुंचने की संभावना है.जिसको लेकर पार्टी के अंदर जोरदार तैयारी की जा रही है.