रांची: देश को कोरोना के कहर से बचाने के लिए क्या आम, क्या खास, हर कोई अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है. फिलहाल, सबसे बड़ी प्राथमिकता बेघर, लाचार, बेरोजगार गरीबों के लिए भोजन मुहैया कराना है. इस काम में सरकार के साथ-साथ कई सामाजिक संगठन जुटे हुए हैं, लेकिन जब किसी सेलिब्रिटी का परिवार इस काम के लिए सड़क पर आता है तो इसका ज्यादा असर देखने को मिलता है.
विपदा की घड़ी में सहयोग जरूरी
हम बात कर रहे हैं भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे महेंद्र सिंह धोनी के बड़े भाई नरेंद्र सिंह धोनी की. नरेंद्र सिंह धोनी गुरुवार को डोरंडा के कुसई कॉलोनी के पास गरीबों को खिचड़ी परोसते नजर आए. बातचीत में उन्होंने कहा कि देश एक बुरे दौर से गुजर रहा है और विपदा की इस घड़ी में सभी को अपनी-अपनी भागीदारी निभानी चाहिए.
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लोगों की लंबी कतार
नरेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि वह कुछ लोगों के साथ मिलकर पिछले 15 दिनों से गरीबों को हर दिन खाना खिला रहे हैं. नरेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में गरीबों के बीच जहां खिचड़ी बांटी जा रही थी, वहां लोगों की लंबी कतार भी नजर आई. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया इस वायरस से परेशान है, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय रहते इतने बड़े फैसले लिए, जिसकी वजह से आज भारत कोरोना संक्रमण के मामले में एक अच्छी स्थिति में है.
नेक काम के लिए होनी चाहिए तारीफ
सीनियर धोनी ने भरोसा जताया कि बहुत जल्द हमारा देश इस चुनौती के भंवर से बाहर निकल आएगा. इसमें कोई शक नहीं कि इस नेक काम के लिए उनकी तारीफ होनी चाहिए, लेकिन रांची के लोगों का मानना है कि अगर महेंद्र सिंह धोनी भी विपदा की इस घड़ी में गरीबों के लिए सड़क पर उतरे होते तो इसका और व्यापक असर पड़ता.