रांची: कोरोना काल में राज्य में कालाबाजारी के कई मामले सामने आये हुए है. कहीं ऑक्सीजन की कालाबाजारी तो, कहीं रेमडिसिविर जैसी जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी सामने आई है. रांची में भी रेमडिसिविर की कालाबजारी सामने आई है, जिसके बाद अब इन शिकायतों की समीक्षा खुद झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा करेंगे. डीजीपी कालाबाजारी के अबतक दर्ज मामलों की समीक्षा करने के साथ-साथ अनुसंधान प्रगति की जानकारी भी डीजीपी लेंगे.
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बन सकता है स्पेशल टास्क फोर्स
रेमडिसिविर की कालाबाजारी के 7 मामले अबतक झारखंड में दर्ज हुए हैं. जिसमें से एक कांड का अनुसंधान सीआईडी कर रही है. हालांकि कालाबाजारी झारखंड में जोरों पर है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए प्रयोग में आने जाने वाली सभी दवाइयों और मेडिकल उपकरण की कालाबाजारी की जा रही है. समय-समय पर पुलिस इन मामलों में कार्रवाई भी कर रही है. लेकिन अब झारखंड पुलिस की तरफ से सभी जिलों में एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. टास्क फोर्स सिर्फ कोरोना संक्रमण से बचाव में प्रयोग में आने वाले दवाई और उपकरणों की कालाबाजारी को रोकने का काम करेगी.
हर रोज आ रहीं कालाबाजारी की शिकायतें
रांची के अलावा राज्य के अलग- अलग हिस्सों से रेमडिसिविर, आक्सीमीटर, आक्सीजन सिलिंडर के फ्लो मीटर, कई तरह की दवाओं के कालाबाजारी की शिकायतें आ रहीं हैं. बता दें कि रांची की कोतवाली पुलिस ने रविवार को ऐसे मामले में कार्रवाई भी की है. दवाओं के कालाबाजारी के मामले में सोमवार को समीक्षा के बाद नए निर्देश राज्य पुलिस मुख्यालय के स्तर से जारी किए जा सकते हैं.