रांची: झारखंड के अलग-अलग जिलों में बच्चा चोरी के नाम पर हो रही हत्या और हिंसा को लेकर पुलिस मुख्यालय ने अपनी चिंता जताते हुए कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के एसपी को बच्चा चोरी के अफवाह से निपटने के लिए विशेष अभियान चलाने की हिदायत दी है.
बच्चा चोरी की अफवाह में हत्या और हिंसक वारदात रोकने के लिए डीजीपी कमलनयन चौबे ने झारखंड के सभी जिलों के एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की. डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को साफ-साफ आदेश दिया कि पुलिस बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने में शामिल और हिंसा करने वालों को चिन्हित कर जेल भेजें. डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया कि बच्चा चोरी की अफवाह में किसी के साथ मारपीट की घटना हो तो इस संबंध में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर, तत्काल वारदात में शामिल लोगों को जेल भेजें.
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जनप्रतिनिधियों की मदद लें जिलों के एसपी
डीजीपी कमलनयन चौबे ने सभी जिलों के एसपी को आदेश दिया है कि वह बच्चा चोरी की अपवाह रोकने में जनप्रतिनिधियों की मदद लें. डीजीपी ने पलामू में बच्चा चोरी की अफवाह रोकने के लिए मुखिया, पंचायत प्रतिनिधियों की मदद लेने की प्लान की सराहना की. उन्होंने सभी जिलों के एसपी को कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्र में मुखिया, पंचायत सेवकों, जनप्रतिनिधियों की मदद लें ताकि जागरूकता फैलायी जा सके. जिला प्रशासन, सिविल सोसायटी और एनजीओ की मदद लेने का निर्देश भी डीजीपी ने दिया है.
थानेदार तुरंत घटनास्थल पर जाएं
बच्चा चोरी की अफवाह के मामले में पिटाई की वारदात होने की स्थिति में थानेदार को तुरंत मौके पर जाने का आदेश दिया गया है. डीजीपी ने कहा कि बच्चा चोरी में अफवाह से पिटाई के मामलों में प्रशासनिक स्तर पर रिस्पांस बढ़िया रहा है. प्रशासनिक कार्रवाई थानों के द्वारा की जा रही है. डीजीपी ने कहा कि सरकार से भी अनुरोध किया गया है कि विज्ञापन के जरिए लोगों को जागरूक करें.
वीडियो कांफ्रेंसिंग में डीजीपी कमलनयन चौबे, सीआईडी एडीजी अनुराग गुप्ता, एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा, आईजी अभियान आशीष बत्रा भी मौजूद रहे.