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बीजेपी एमएलए की मांग-सरकारी सहायता से चलने वाले मदरसों में पढ़ाई जाए गीता, राजद बोली-देश का माहौल खराब करने की कोशिश

बीजेपी एमएलए ने देश के सभी सरकारी मदरसों में श्रीमद्भागवत पढ़ाने की मांग कर डाली है. इस पर राजद ने पलटवार किया है और इसे देश का माहौल खराब करने की कोशिश करार दिया है.

bjp mla cp singh and rjd leader rajesh yadav (left to right)
बीजेपी एमएलए सीपी सिंह और राजद नेता राजेश यादव (क्रमशः बाएं से दाएं))
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Published : Mar 20, 2022, 5:20 PM IST

Updated : Mar 20, 2022, 5:42 PM IST

रांचीः गुजरात के सरकारी विद्यालयों के पाठ्यक्रम में श्रीमद्भागवत गीता की पढ़ाई शुरू करने और कर्नाटक राज्य में इसकी चर्चा शुरू होने के बाद अब झारखंड में भाजपा ने सरकार के अनुदान से चलने वाले सभी मदरसों और सरकारी स्कूलों में गीता की पढ़ाई को सिलेबस में शामिल करने की मांग उठा दी है. विधानसभा के स्पीकर रह चुके पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जब सरकारी अनुदान प्राप्त करने वाले मदरसों में इस्लाम की पढ़ाई हो सकती है तो फिर गीता की पढ़ाई क्यों नहीं हो सकती?

ये भी पढ़ें-Video: यूक्रेन से लौटे छात्रों के साथ सांसद जयंत सिन्हा ने खेली होली

भाजपा नेता सीपी सिंह ने कहा कि उनकी मांग है कि राज्य के सभी मदरसों और सरकारी स्कूलों में गीता की पढ़ाई जाए. भाजपा नेता ने कहा कि उनकी मांग है कि देशभर के सभी सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों में भी गीता पढ़ाई जाए, उन्होंने कहा कि जब सरकारी राशि खर्च कर मदरसों में इस्लाम को पढ़ाया जा सकता है तो फिर गीता की पढ़ाई क्यों नहीं हो सकती. सीपी सिंह ने कहा कि देश में धर्मनिरपेक्षता का सिद्धांत तभी लागू हो सकता है, जब मदरसों में जहां इस्लाम पढ़ाया जाता है वहीं गीता भी पढ़ाई जाए. नहीं तो इसे तुष्टिकरण ही कहा जाएगा.

देखें भाजपा विधायक सीपी सिंह और राजद नेता राजेश यादव का बयान
भाजपा सिर्फ राज्य का का माहौल खराब करना चाहती हैः राजद सरकारी अनुदान पर चलने वाले मदरसों में इस्लाम के साथ-साथ श्रीमद्भागवत गीता की पढ़ाई कराने, इसे सिलेबस में डालने की सीपी सिंह की मांग को राज्य का माहौल खराब करने वाला बताते हुए झारखंड राजद के वरीय उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि सिर्फ श्रीमद्भागवत गीता की बात ही क्यों हो रही है, अगर यही सब करना है तो सभी सरकारी विद्यालयों के पाठ्यक्रम में गीता के साथ साथ बाइबिल, कुरान, गुरुग्रंथ साहब सबको शामिल किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर मदरसों में कुरान पढ़ाई जाती है तो केंद्र सरकार उसे एड क्यों देती है. राजेश यादव ने कहा कि दरअसल बीजेपी और केंद्र की सरकार देश का माहौल खराब करना चाहते हैं और श्रीमद्भगवत गीता का जिक्र कर एक समुदाय विशेष जो उनका समर्थक नहीं रहा है उसे अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं.
मनोज पांडेय का बयान

जेएमएम बोली-हताशा में दिया गया बयानः इधर, झारखंड के सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों में श्रीमद्भागवत गीता की पढ़ाई कराने की सीपी सिंह की मांग को झामुमो ने हताशा में दिया गया बयान करार दिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने सीपी सिंह के बयान को राजनीतिक हताशे का परिणाम बताते हुए कहा कि पहले देश के सभी भाजपा और NDA शासित राज्यों में वह इसे लागू कराएं, बगल के राज्य बिहार में भी उनकी मदद से सरकार चल रही है, वहां भी यह व्यवस्था लागू कर दें. झामुमो नेता मनोज पांडे ने कहा कि राज्य में जनता के हित मे कैसी योजना बनेगी और कैसे राज्यवासियों का विकास होगा. इसके लिए सीपी सिंह की सलाह की जरूरत राज्य की हेमन्त सरकार को नहीं है,क्योंकि विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को सलाह देने लायक नहीं समझा.

रांचीः गुजरात के सरकारी विद्यालयों के पाठ्यक्रम में श्रीमद्भागवत गीता की पढ़ाई शुरू करने और कर्नाटक राज्य में इसकी चर्चा शुरू होने के बाद अब झारखंड में भाजपा ने सरकार के अनुदान से चलने वाले सभी मदरसों और सरकारी स्कूलों में गीता की पढ़ाई को सिलेबस में शामिल करने की मांग उठा दी है. विधानसभा के स्पीकर रह चुके पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जब सरकारी अनुदान प्राप्त करने वाले मदरसों में इस्लाम की पढ़ाई हो सकती है तो फिर गीता की पढ़ाई क्यों नहीं हो सकती?

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भाजपा नेता सीपी सिंह ने कहा कि उनकी मांग है कि राज्य के सभी मदरसों और सरकारी स्कूलों में गीता की पढ़ाई जाए. भाजपा नेता ने कहा कि उनकी मांग है कि देशभर के सभी सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों में भी गीता पढ़ाई जाए, उन्होंने कहा कि जब सरकारी राशि खर्च कर मदरसों में इस्लाम को पढ़ाया जा सकता है तो फिर गीता की पढ़ाई क्यों नहीं हो सकती. सीपी सिंह ने कहा कि देश में धर्मनिरपेक्षता का सिद्धांत तभी लागू हो सकता है, जब मदरसों में जहां इस्लाम पढ़ाया जाता है वहीं गीता भी पढ़ाई जाए. नहीं तो इसे तुष्टिकरण ही कहा जाएगा.

देखें भाजपा विधायक सीपी सिंह और राजद नेता राजेश यादव का बयान
भाजपा सिर्फ राज्य का का माहौल खराब करना चाहती हैः राजद सरकारी अनुदान पर चलने वाले मदरसों में इस्लाम के साथ-साथ श्रीमद्भागवत गीता की पढ़ाई कराने, इसे सिलेबस में डालने की सीपी सिंह की मांग को राज्य का माहौल खराब करने वाला बताते हुए झारखंड राजद के वरीय उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि सिर्फ श्रीमद्भागवत गीता की बात ही क्यों हो रही है, अगर यही सब करना है तो सभी सरकारी विद्यालयों के पाठ्यक्रम में गीता के साथ साथ बाइबिल, कुरान, गुरुग्रंथ साहब सबको शामिल किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर मदरसों में कुरान पढ़ाई जाती है तो केंद्र सरकार उसे एड क्यों देती है. राजेश यादव ने कहा कि दरअसल बीजेपी और केंद्र की सरकार देश का माहौल खराब करना चाहते हैं और श्रीमद्भगवत गीता का जिक्र कर एक समुदाय विशेष जो उनका समर्थक नहीं रहा है उसे अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं.
मनोज पांडेय का बयान

जेएमएम बोली-हताशा में दिया गया बयानः इधर, झारखंड के सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों में श्रीमद्भागवत गीता की पढ़ाई कराने की सीपी सिंह की मांग को झामुमो ने हताशा में दिया गया बयान करार दिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने सीपी सिंह के बयान को राजनीतिक हताशे का परिणाम बताते हुए कहा कि पहले देश के सभी भाजपा और NDA शासित राज्यों में वह इसे लागू कराएं, बगल के राज्य बिहार में भी उनकी मदद से सरकार चल रही है, वहां भी यह व्यवस्था लागू कर दें. झामुमो नेता मनोज पांडे ने कहा कि राज्य में जनता के हित मे कैसी योजना बनेगी और कैसे राज्यवासियों का विकास होगा. इसके लिए सीपी सिंह की सलाह की जरूरत राज्य की हेमन्त सरकार को नहीं है,क्योंकि विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को सलाह देने लायक नहीं समझा.

Last Updated : Mar 20, 2022, 5:42 PM IST
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