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Lalji Yadav Death Case: दारोगा लालजी यादव मौत मामले की सीबीआई जांच की मांग, झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर - Petition filed in Jharkhand High Court

दारोगा लालजी की मौत की सीबीआई जांच की मांग को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है. लालजी यादव के भाई संजीव यादव ने इस मामले में हाई कोर्ट का दरबाजा खटखटाया है.

Jharkhand High Court
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Published : Jan 17, 2022, 10:26 PM IST

रांची: झारखंड में लगातार दूसरे दारोगा की आत्महत्या का मामला काफी चर्चा में है. पलामू के दारोगा लालजी यादव की मौत का मामला अब झारखंड हाई कोर्ट पहुंच गया है. उसके परिजन इसे आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या बता रहे हैं. इसलिए इस प्रकरण की सीबीआई से जांच करवाने की मांग को लेकर लालजी यादव के भाई संजीव यादव ने याचिका दायर की है.

ये भी पढ़ें- Lalji Yadav Death Case: राज्यपाल से मिलीं केंद्रीय राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी, सीबीआई जांच की मांग

झारखंड हाई कोर्ट में क्रिमिनल रिट याचिका दायर की गई है. याचिका के माध्यम से अदालत को जानकारी दी है कि यह मामला काफी गंभीर है. जिन लोगों पर इस मामले में आरोप लग रहे हैं वह काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं. ऐसे में पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच की संभावना कम है. इसलिए पूरे प्रकरण की जांच झारखंड पुलिस से संभव नहीं है. निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. याचिकाकर्ता ने याचिका में पलामू एसपी, डीएसपी, थाना प्रभारी, डीटीओ एवं अन्य को प्रतिवादी बनाया है.

ये भी पढ़ें- Palamu Daroga suicide by tension: नावाबाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव ने की आत्महत्या, जाने क्यों था दारोगा को जेल जाने का डर

लालजी यादव पलामू के नावाबाजार थाना के प्रभारी थे. पलामू एसपी चंदन सिन्हा को लालजी यादव के खिलाफ वरीय पदाधिकारी से अभद्र व्यवहार करने, अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन करने की लगातार शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद एसपी ने लालजी यादव को 6 जनवरी को निलंबित कर दिया था. निलंबन के बाद वे काफी परेशान से थे. लालजी यादव ने थाना कैंपस में ही आत्महत्या कर ली. निलंबन के 4 दिन बाद उन्होंने आत्महत्या की थी, इससे पहले लालजी रांची के बुढमू में मालखाना का प्रभार देने गए थे. वहां से वापस लौटने के बाद उन्होंने आत्महत्या की. वे 2012 बैच के दारोगा थें.

ये भी पढ़ें- थानेदार लालजी यादव की मौत मामले में सनसनीखेज खुलासा, दो साल से नहीं मिला था वेतन

रांची: झारखंड में लगातार दूसरे दारोगा की आत्महत्या का मामला काफी चर्चा में है. पलामू के दारोगा लालजी यादव की मौत का मामला अब झारखंड हाई कोर्ट पहुंच गया है. उसके परिजन इसे आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या बता रहे हैं. इसलिए इस प्रकरण की सीबीआई से जांच करवाने की मांग को लेकर लालजी यादव के भाई संजीव यादव ने याचिका दायर की है.

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झारखंड हाई कोर्ट में क्रिमिनल रिट याचिका दायर की गई है. याचिका के माध्यम से अदालत को जानकारी दी है कि यह मामला काफी गंभीर है. जिन लोगों पर इस मामले में आरोप लग रहे हैं वह काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं. ऐसे में पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच की संभावना कम है. इसलिए पूरे प्रकरण की जांच झारखंड पुलिस से संभव नहीं है. निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. याचिकाकर्ता ने याचिका में पलामू एसपी, डीएसपी, थाना प्रभारी, डीटीओ एवं अन्य को प्रतिवादी बनाया है.

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लालजी यादव पलामू के नावाबाजार थाना के प्रभारी थे. पलामू एसपी चंदन सिन्हा को लालजी यादव के खिलाफ वरीय पदाधिकारी से अभद्र व्यवहार करने, अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन करने की लगातार शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद एसपी ने लालजी यादव को 6 जनवरी को निलंबित कर दिया था. निलंबन के बाद वे काफी परेशान से थे. लालजी यादव ने थाना कैंपस में ही आत्महत्या कर ली. निलंबन के 4 दिन बाद उन्होंने आत्महत्या की थी, इससे पहले लालजी रांची के बुढमू में मालखाना का प्रभार देने गए थे. वहां से वापस लौटने के बाद उन्होंने आत्महत्या की. वे 2012 बैच के दारोगा थें.

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