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JPSC Controversy: जेपीएससी का विवादों से रहा है नाता, सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा परिणाम की सीबीआई जांच की मांग

झारखंड राज्य गठन के बाद से ही जेपीएससी विवादों (controversy in JPSC) में रहा है. सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा परिणाम की सीबीआई जांच की मांग (Demand for CBI inquiry) उठ रही है. ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट से जानिए, कब-कब, क्या-क्या हुआ?

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झारखंड
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Published : Jun 3, 2022, 4:42 PM IST

रांचीः झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से अब तक ली गई तमाम सिविल सेवा परीक्षा पर विवाद होता ही रहा है. सबसे ज्यादा विवाद छठी जेपीएससी परीक्षा के समय के दौरान हुआ है. वहीं सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी परीक्षा भी विवादों के साए में संपन्न हुई. इसका परिणाम भी विवादों के साथ ही जारी किया गया. अब इस पूरे परीक्षा प्रकरण को लेकर सीबीआई जांच की मांग की जा रही है.

इसे भी पढ़ें- सातवीं से दसवीं जेपीएससी मुख्य परीक्षा फल में धांधली का आरोप, सीबीआई जांच की मांग

विवादों में झारखंड लोक सेवा आयोगः राज्य गठन के बाद से ही झारखंड लोक सेवा आयोग (Jharkhand Public Service Commission) की ओर से की जाने वाली कई नियुक्तियों को लेकर सवाल खड़े किए जाते रहे हैं. जेपीएससी प्रशासनिक सेवा परीक्षा तो हमेशा ही विवादों के घेरे में है. प्रथम जेपीएससी से लेकर छठी जेपीएससी तक कई विवाद हुए. झारखंड हाई कोर्ट में अभी भी कई मामले लंबित है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा भी धरना-प्रदर्शन, आंदोलन, घेराव और 34 मुकदमों का सामना करते हुए आखिरकार रिजल्ट का प्रकाशन कर दिया गया. हालांकि जेपीएससी द्वारा जारी किए गए इस रिजल्ट से भी कई सक्रिय छात्र संगठन और छात्र नेता संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने इस परीक्षा परिणाम को ही गड़बड़ घोटाला बताया है. इनकी मानें तो जेपीएससी के अन्य प्रशासनिक परीक्षाओं के साथ-साथ यह परीक्षा और परिणाम भी त्रुटिपूर्ण है. अगर इसकी सीबीआई जांच हुई तो कई अधिकारी जेल के सलाखों में होंगे. ऊपर से लेकर नीचे तक इस परीक्षा और परिणाम जारी करने तक काफी सेटिंग हुई है. इसको लेकर जेपीएससी के 7वीं से 10वीं सिविल सेवा परीक्षा परिणाम की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है.



सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी परीक्षा के विज्ञापन जारी होने से लेकर प्रारंभिक परीक्षा के आयोजन परिणाम और संशोधित परिणाम जारी होने के पहले और बाद में आयोग को कुल 34 मुकदमों का सामना करना पड़ा. यह सभी मामले आरक्षण लागू करने, उम्र सीमा बढ़ाने, नियम शर्तों के उल्लंघन से संबंधित थे. इनमें 14 मामले खारिज हो गए जबकि दो याचिकाएं वापस ले ली गयीं लेकिन अभी भी कई मामले लंबित हैं.

इसे भी पढ़ें- सातवीं से दसवीं सिविल सेवा परीक्षा का इंटरव्यू समाप्त, अब परिणाम का इंतजार

आंदोलनकारी छात्र नेताओं की मानें तो अगर जेपीएससी में पारदर्शिता रहती तो सबसे पहले हाई कोर्ट के तमाम मामलों को निपटाया जाता, उसके बाद ही रिजल्ट का प्रकाशन किया जाता. आपको बताते चलें कि आयोग ने मुख्य परीक्षा का परिणाम डेढ़ महीने में ही जारी कर दिया था. इसके 15 दिनों के अंदर सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार भी करा लिया गया था. मुख्य परीक्षा के परिणाम घोषित करने के 1 महीने के अंदर ही अंतिम परिणाम भी जारी कर दिया गया. प्रारंभिक परीक्षा के आयोजन की तिथि से देखें तो रिकॉर्ड 252 दिनों के अंदर फाइनल रिजल्ट जेपीएससी ने जारी किया है. झारखंड में यह पहली जेपीएससी परीक्षा है जिसका परिणाम समय पर आया है.

252 सीटों के लिए जेपीएससी ने सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया था और मंगलवार देर शाम (31 मई) तक इस परीक्षा का परिणाम भी जारी कर दिया गया. कई जरूरतमंद आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी भी इस परीक्षा में सफल घोषित हुए हैं. हालांकि इसके बावजूद इस परीक्षा परिणाम पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. जानकारी यह भी मिल रही है कि इस परीक्षा के परिणाम से असंतुष्ट इस परीक्षा में शामिल हुए कई अभ्यर्थी हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए एक बार फिर तैयार हैं.

प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट निकलने के साथ ही 15 नवंबर 2021 से मोरहाबादी के बापू वाटिका के समक्ष आंदोलन की शुरुआत की गयी. मुख्य परीक्षा के रिजल्ट तक यह आंदोलन जारी रहा. इस बीच जेपीएससी का घेराव भी हुआ, हाई कोर्ट से लेकर राजभवन तक मामला पहुंचा. अंतिम परिणाम जारी होने के बाद कुछ अभ्यर्थी हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं इस परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग भी की जा रही है.

इसे भी पढ़ें- JPSC की संयुक्त सिविल सेवा मुख्य परीक्षा शुरू, 4 हजार 885 अभ्यर्थी हुए शामिल


जेपीएससी में कब-कब क्या हुआः जेपीएससी के सातवीं से 10वीं तक की परीक्षा के लिए 8 फरवरी 2021 को विज्ञापन निकाला गया. जिसमें आवेदन मंगाने की अंतिम तिथि 15 मार्च 2021 निर्धारित की गयी. प्रारंभिक परीक्षा की तिथि 2 मई 2021 निर्धारित हुई लेकिन बाद में यह तिथि स्थगित कर दी गयी. पुन: प्रारंभिक परीक्षा की तिथि 19 सितंबर 2021 को घोषित हुई. इसके लिए 21 सितंबर 2021 को मॉडल आंसर जारी हुआ. संशोधित मॉडल उत्तर जारी 8 और 10 अक्टूबर 2021 को जारी है.

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जेपीएससी में कब-कब क्या हुआ

इसके बाद पीटी रिजल्ट 1 नवंबर 2021 को जारी हुआ. 25 नवंबर 2021 को आयोग द्वारा रिजल्ट में गड़बड़ी पर अपना पक्ष रखा. 11 दिसंबर 2021 को OMR शीट गायब मामले में 49 अभ्यर्थियों का रिजल्ट रद्द किया गया. इसके बाद मुख्य परीक्षा की तिथि निर्धारण नोटिस 20 दिसंबर 2021 को जारी हुआ. एडमिट कार्ड 18 जनवरी 2022 को जारी किया गया. मुख्य परीक्षा की तिथि 28 जनवरी से 30 जनवरी 2022 निर्धारित की गयी. 25 जनवरी 2022 को झारखंड हाई कोर्ट के निर्देश के आलोक में मुख्य परीक्षा स्थगित हो गयी.

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जेपीएससी में कब-कब क्या हुआ

15 फरवरी 2022 हाई कोर्ट ने फ्रेश रिजल्ट जारी करने के लिए हरी झंडी दे दी. पीटी का संशोधित रिजल्ट जारी 17 फरवरी 2022 को जारी हुआ. संशोधित रिजल्ट पर मुख्य परीक्षा फॉर्म भरने की नयी तिथि 18 फरवरी से 25 फरवरी 2022 तक निर्धारित की गयी. 11 से 13 मार्च 2022 को पुन: मुख्य परीक्षा की तिथि घोषित हुई. मुख्य परीक्षा का परिणाम 30 अप्रैल 2022 को जारी किया गया. इसके लिए 9 से 16 मई 2022 तक सफल अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया गया. इसके बाद अंतिम परिणाम 31 मई 2022 को जारी किया गया.

रांचीः झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से अब तक ली गई तमाम सिविल सेवा परीक्षा पर विवाद होता ही रहा है. सबसे ज्यादा विवाद छठी जेपीएससी परीक्षा के समय के दौरान हुआ है. वहीं सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी परीक्षा भी विवादों के साए में संपन्न हुई. इसका परिणाम भी विवादों के साथ ही जारी किया गया. अब इस पूरे परीक्षा प्रकरण को लेकर सीबीआई जांच की मांग की जा रही है.

इसे भी पढ़ें- सातवीं से दसवीं जेपीएससी मुख्य परीक्षा फल में धांधली का आरोप, सीबीआई जांच की मांग

विवादों में झारखंड लोक सेवा आयोगः राज्य गठन के बाद से ही झारखंड लोक सेवा आयोग (Jharkhand Public Service Commission) की ओर से की जाने वाली कई नियुक्तियों को लेकर सवाल खड़े किए जाते रहे हैं. जेपीएससी प्रशासनिक सेवा परीक्षा तो हमेशा ही विवादों के घेरे में है. प्रथम जेपीएससी से लेकर छठी जेपीएससी तक कई विवाद हुए. झारखंड हाई कोर्ट में अभी भी कई मामले लंबित है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा भी धरना-प्रदर्शन, आंदोलन, घेराव और 34 मुकदमों का सामना करते हुए आखिरकार रिजल्ट का प्रकाशन कर दिया गया. हालांकि जेपीएससी द्वारा जारी किए गए इस रिजल्ट से भी कई सक्रिय छात्र संगठन और छात्र नेता संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने इस परीक्षा परिणाम को ही गड़बड़ घोटाला बताया है. इनकी मानें तो जेपीएससी के अन्य प्रशासनिक परीक्षाओं के साथ-साथ यह परीक्षा और परिणाम भी त्रुटिपूर्ण है. अगर इसकी सीबीआई जांच हुई तो कई अधिकारी जेल के सलाखों में होंगे. ऊपर से लेकर नीचे तक इस परीक्षा और परिणाम जारी करने तक काफी सेटिंग हुई है. इसको लेकर जेपीएससी के 7वीं से 10वीं सिविल सेवा परीक्षा परिणाम की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है.



सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी परीक्षा के विज्ञापन जारी होने से लेकर प्रारंभिक परीक्षा के आयोजन परिणाम और संशोधित परिणाम जारी होने के पहले और बाद में आयोग को कुल 34 मुकदमों का सामना करना पड़ा. यह सभी मामले आरक्षण लागू करने, उम्र सीमा बढ़ाने, नियम शर्तों के उल्लंघन से संबंधित थे. इनमें 14 मामले खारिज हो गए जबकि दो याचिकाएं वापस ले ली गयीं लेकिन अभी भी कई मामले लंबित हैं.

इसे भी पढ़ें- सातवीं से दसवीं सिविल सेवा परीक्षा का इंटरव्यू समाप्त, अब परिणाम का इंतजार

आंदोलनकारी छात्र नेताओं की मानें तो अगर जेपीएससी में पारदर्शिता रहती तो सबसे पहले हाई कोर्ट के तमाम मामलों को निपटाया जाता, उसके बाद ही रिजल्ट का प्रकाशन किया जाता. आपको बताते चलें कि आयोग ने मुख्य परीक्षा का परिणाम डेढ़ महीने में ही जारी कर दिया था. इसके 15 दिनों के अंदर सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार भी करा लिया गया था. मुख्य परीक्षा के परिणाम घोषित करने के 1 महीने के अंदर ही अंतिम परिणाम भी जारी कर दिया गया. प्रारंभिक परीक्षा के आयोजन की तिथि से देखें तो रिकॉर्ड 252 दिनों के अंदर फाइनल रिजल्ट जेपीएससी ने जारी किया है. झारखंड में यह पहली जेपीएससी परीक्षा है जिसका परिणाम समय पर आया है.

252 सीटों के लिए जेपीएससी ने सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया था और मंगलवार देर शाम (31 मई) तक इस परीक्षा का परिणाम भी जारी कर दिया गया. कई जरूरतमंद आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी भी इस परीक्षा में सफल घोषित हुए हैं. हालांकि इसके बावजूद इस परीक्षा परिणाम पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. जानकारी यह भी मिल रही है कि इस परीक्षा के परिणाम से असंतुष्ट इस परीक्षा में शामिल हुए कई अभ्यर्थी हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए एक बार फिर तैयार हैं.

प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट निकलने के साथ ही 15 नवंबर 2021 से मोरहाबादी के बापू वाटिका के समक्ष आंदोलन की शुरुआत की गयी. मुख्य परीक्षा के रिजल्ट तक यह आंदोलन जारी रहा. इस बीच जेपीएससी का घेराव भी हुआ, हाई कोर्ट से लेकर राजभवन तक मामला पहुंचा. अंतिम परिणाम जारी होने के बाद कुछ अभ्यर्थी हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं इस परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग भी की जा रही है.

इसे भी पढ़ें- JPSC की संयुक्त सिविल सेवा मुख्य परीक्षा शुरू, 4 हजार 885 अभ्यर्थी हुए शामिल


जेपीएससी में कब-कब क्या हुआः जेपीएससी के सातवीं से 10वीं तक की परीक्षा के लिए 8 फरवरी 2021 को विज्ञापन निकाला गया. जिसमें आवेदन मंगाने की अंतिम तिथि 15 मार्च 2021 निर्धारित की गयी. प्रारंभिक परीक्षा की तिथि 2 मई 2021 निर्धारित हुई लेकिन बाद में यह तिथि स्थगित कर दी गयी. पुन: प्रारंभिक परीक्षा की तिथि 19 सितंबर 2021 को घोषित हुई. इसके लिए 21 सितंबर 2021 को मॉडल आंसर जारी हुआ. संशोधित मॉडल उत्तर जारी 8 और 10 अक्टूबर 2021 को जारी है.

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जेपीएससी में कब-कब क्या हुआ

इसके बाद पीटी रिजल्ट 1 नवंबर 2021 को जारी हुआ. 25 नवंबर 2021 को आयोग द्वारा रिजल्ट में गड़बड़ी पर अपना पक्ष रखा. 11 दिसंबर 2021 को OMR शीट गायब मामले में 49 अभ्यर्थियों का रिजल्ट रद्द किया गया. इसके बाद मुख्य परीक्षा की तिथि निर्धारण नोटिस 20 दिसंबर 2021 को जारी हुआ. एडमिट कार्ड 18 जनवरी 2022 को जारी किया गया. मुख्य परीक्षा की तिथि 28 जनवरी से 30 जनवरी 2022 निर्धारित की गयी. 25 जनवरी 2022 को झारखंड हाई कोर्ट के निर्देश के आलोक में मुख्य परीक्षा स्थगित हो गयी.

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जेपीएससी में कब-कब क्या हुआ

15 फरवरी 2022 हाई कोर्ट ने फ्रेश रिजल्ट जारी करने के लिए हरी झंडी दे दी. पीटी का संशोधित रिजल्ट जारी 17 फरवरी 2022 को जारी हुआ. संशोधित रिजल्ट पर मुख्य परीक्षा फॉर्म भरने की नयी तिथि 18 फरवरी से 25 फरवरी 2022 तक निर्धारित की गयी. 11 से 13 मार्च 2022 को पुन: मुख्य परीक्षा की तिथि घोषित हुई. मुख्य परीक्षा का परिणाम 30 अप्रैल 2022 को जारी किया गया. इसके लिए 9 से 16 मई 2022 तक सफल अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया गया. इसके बाद अंतिम परिणाम 31 मई 2022 को जारी किया गया.

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