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रांची: कोरोना संक्रमित सब-इंस्पेक्टर की मौत, टाटीसिलवे जैप-टू सील

रांची में पुलिसकर्मियों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच रविवार को राज्य में पहले पुलिसकर्मी की मौत हो गई. मृतक पुलिसकर्मी टाटीसिलवे स्थित जैप टू में पोस्टेड थे. वे मूल रूप से बिहार के आरा के रहने वाले थे. पुलिसकर्मी की मौत के बाद जैप टू को तत्काल सील कर दिया गया है.

Death of corona-infected sub-inspector
कोरोना संक्रमित सब-इंस्पेक्टर की मौत
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Published : Jul 26, 2020, 10:39 PM IST

रांची: पुलिसकर्मियों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच रविवार को राज्य में पहले पुलिसकर्मी की मौत हो गई. मृतक पुलिसकर्मी टाटीसिलवे स्थित जैप टू में पोस्टेड थे. पुलिसकर्मी की मौत के बाद जैप टू को तत्काल सील कर दिया गया है. वहां के पुलिस कर्मियों को फिलहाल होम क्वॉरेंटाइन रहने का निर्देश दिया गया है. ताकि संक्रमण न बढ़े. साथ पूरे कैंपस को सेनेटाइज करने की प्रक्रिया भी जल्द शुरु की जाएगी.

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार संबंधित सब इंस्पेक्टर को बीते 16 जुलाई से कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहा था. संक्रमण के बीच 18 जुलाई को उनके कार्यालय में उन्हें कोविड-19 टेस्ट कराने का सलाह दिया गया था. हालांकि उन्होंने इसे सामान्य सर्दी-खांसी और वायरल बता कर अनदेखा किया. इसके बाद 20 जुलाई को उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद कार्यालय के ही सहकर्मियों ने उन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया. वहां से कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया. इस दौरान उनकी कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. रिपोर्ट मिलने के बाद सब इंस्पेक्टर को धुर्वा स्थित पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान रविवार को मौत हो गई.

सब इंस्पेक्टर के संक्रमित मिलने के बाद उनकी पत्नी को भी जगन्नाथपुर के कुटे स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. डॉक्टरों के अनुसार सब इंस्पेक्टर को निमोनिया की भी शिकायत थी. कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद वह घबराए हुए थे.

50 लाख के मुआवजे की मांग

इधर, संक्रमित सब इंस्पेक्टर की मौत के बाद झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने मृतक के परिवार को 50 लाख मुआवजा की मांग की है. 50 लाख देने में सक्षम नहीं रहने की स्थिति में सरकार से उग्रवादी घटना में शहीद पुलिस कर्मियों को मिलने वाली सारी सुविधाएं देने की मांग की गई है. चूंकि पुलिस कर्मी कोरोना वारियर्स के रूप में संक्रमण फैलने के लिए सामने से लड़ रहे हैं. पुलिसकर्मी की मौत के बाद पुलिस कर्मियों में दहशत फैल गया है.

पारस अस्पताल पहुंचा पुलिस एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल

सब इंस्पेक्टर की मौत के बाद पुलिस एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल पारस अस्पताल पहुंचा और स्थिति का जायजा लिया. एसोसिएशन के अनुसार सोमवार को 11:00 बजे मृतक सब इंस्पेक्टर का अंतिम संस्कार कराया जाएगा. मृतक के परिवार को समुचित इलाज और सभी तरह का सहयोग देने की मांग की है.

घर में अब तक 477 पुलिसकर्मी संक्रमित

शुक्रवार तक राज्य में कोरोना कुल 477 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. इनमें एक एएसपी, एक डीएसपी, पांच इंस्पेक्टर. 41 एसआई, 51 एएसआई, एवं चार आशु एएसआई, एक अवर सचिव, एक प्रधान लिपिक, 36 हवलदार, 265 आरक्षी/चालक, 17 चतुर्थवर्गीय कर्मचारी और 15 गृहरक्षक संक्रमित हैं. हालांकि अब तक 39 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं.

ये भी पढे़ं- जयवर्धन सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी निकला कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप

82 कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों का चल रहा इलाज

विस्थापित भवन में बने कोरोंटाइन सेंटर एवं कोविड अस्पताल में 82 कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है। वहीं 353 जवानों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. रांची के पुलिसकर्मियों में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. बीते शुक्रवार को एक डीएसपी के भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुयी थी. डीएसपी की बीते 12 जुलाई को कुख्यात गैंगस्टर अमन साव गैंग के पांच शूटरों को दबोचने में अहम भूमिका में थे. अमन साव गैंग के पांच शूटरों में एक के कोरोना निकलने पर डीएसपी की जांच करायी गयी. इसके बाद उनकी रिपोर्ट कोविड-19 पॉजिटिव निकला. इससे पहले भी रांची के चार थानेदार संक्रमित मिल चुके हैं. लालपुर, सदर, गोंदा और हिंदपीढ़ी थानेदार पॉजिटिव मिले थे. हालांकि हिदपीढ़ी थानेदार कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं.

रांची: पुलिसकर्मियों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच रविवार को राज्य में पहले पुलिसकर्मी की मौत हो गई. मृतक पुलिसकर्मी टाटीसिलवे स्थित जैप टू में पोस्टेड थे. पुलिसकर्मी की मौत के बाद जैप टू को तत्काल सील कर दिया गया है. वहां के पुलिस कर्मियों को फिलहाल होम क्वॉरेंटाइन रहने का निर्देश दिया गया है. ताकि संक्रमण न बढ़े. साथ पूरे कैंपस को सेनेटाइज करने की प्रक्रिया भी जल्द शुरु की जाएगी.

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार संबंधित सब इंस्पेक्टर को बीते 16 जुलाई से कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहा था. संक्रमण के बीच 18 जुलाई को उनके कार्यालय में उन्हें कोविड-19 टेस्ट कराने का सलाह दिया गया था. हालांकि उन्होंने इसे सामान्य सर्दी-खांसी और वायरल बता कर अनदेखा किया. इसके बाद 20 जुलाई को उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद कार्यालय के ही सहकर्मियों ने उन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया. वहां से कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया. इस दौरान उनकी कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. रिपोर्ट मिलने के बाद सब इंस्पेक्टर को धुर्वा स्थित पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान रविवार को मौत हो गई.

सब इंस्पेक्टर के संक्रमित मिलने के बाद उनकी पत्नी को भी जगन्नाथपुर के कुटे स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. डॉक्टरों के अनुसार सब इंस्पेक्टर को निमोनिया की भी शिकायत थी. कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद वह घबराए हुए थे.

50 लाख के मुआवजे की मांग

इधर, संक्रमित सब इंस्पेक्टर की मौत के बाद झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने मृतक के परिवार को 50 लाख मुआवजा की मांग की है. 50 लाख देने में सक्षम नहीं रहने की स्थिति में सरकार से उग्रवादी घटना में शहीद पुलिस कर्मियों को मिलने वाली सारी सुविधाएं देने की मांग की गई है. चूंकि पुलिस कर्मी कोरोना वारियर्स के रूप में संक्रमण फैलने के लिए सामने से लड़ रहे हैं. पुलिसकर्मी की मौत के बाद पुलिस कर्मियों में दहशत फैल गया है.

पारस अस्पताल पहुंचा पुलिस एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल

सब इंस्पेक्टर की मौत के बाद पुलिस एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल पारस अस्पताल पहुंचा और स्थिति का जायजा लिया. एसोसिएशन के अनुसार सोमवार को 11:00 बजे मृतक सब इंस्पेक्टर का अंतिम संस्कार कराया जाएगा. मृतक के परिवार को समुचित इलाज और सभी तरह का सहयोग देने की मांग की है.

घर में अब तक 477 पुलिसकर्मी संक्रमित

शुक्रवार तक राज्य में कोरोना कुल 477 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. इनमें एक एएसपी, एक डीएसपी, पांच इंस्पेक्टर. 41 एसआई, 51 एएसआई, एवं चार आशु एएसआई, एक अवर सचिव, एक प्रधान लिपिक, 36 हवलदार, 265 आरक्षी/चालक, 17 चतुर्थवर्गीय कर्मचारी और 15 गृहरक्षक संक्रमित हैं. हालांकि अब तक 39 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं.

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82 कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों का चल रहा इलाज

विस्थापित भवन में बने कोरोंटाइन सेंटर एवं कोविड अस्पताल में 82 कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है। वहीं 353 जवानों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. रांची के पुलिसकर्मियों में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. बीते शुक्रवार को एक डीएसपी के भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुयी थी. डीएसपी की बीते 12 जुलाई को कुख्यात गैंगस्टर अमन साव गैंग के पांच शूटरों को दबोचने में अहम भूमिका में थे. अमन साव गैंग के पांच शूटरों में एक के कोरोना निकलने पर डीएसपी की जांच करायी गयी. इसके बाद उनकी रिपोर्ट कोविड-19 पॉजिटिव निकला. इससे पहले भी रांची के चार थानेदार संक्रमित मिल चुके हैं. लालपुर, सदर, गोंदा और हिंदपीढ़ी थानेदार पॉजिटिव मिले थे. हालांकि हिदपीढ़ी थानेदार कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं.

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