रांची: झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष सह झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एचसी मिश्रा ने निर्देशानुसार डालसा के अध्यक्ष ने क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया. वहीं, इस टीम में मानव कुमार, मुक्तेश्वर पाहन, सत्यम कुमार, ज्योत्सना गोराई मौजदू रहे.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में उपस्थित पदाधिकारियों में किरण खलखो, बसंती कुजूर ने बताया कि ट्रेन से जितने भी प्रवासी मजदूर रांची आते हैं, उन सभी लोगों को पहले यहां पर लाया जाता है और उनका आईक्यू और एचक्यू टेस्ट होता है. अस्पताल के डाॅक्टर और नर्स के जरिए स्क्रीनिंग की जाती है. वहीं, जो प्रवासी मजदूर रेड जोन से आते है उनका आईक्यू टेस्ट भी होता है. वहीं, जो ओरेंज और ग्रीन जोन से आते हैं उनका एच क्यू टेस्ट किया जाता है. रेड जोन वाले को जिला प्रशासन के जरिए क्वॉरेंटाइन सेंटर खेलगांव में 14 दिनों के लिए भेजा जाता है. साथ ही प्रवासी मजदूर ग्रीन जोन और ऑरेंज जोन से आते हैं उन लोगों को 14 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन किया जाता है. बाहर से जितने भी प्रवासी मजदूर ट्रेन से रांची आते हैं, उन्हें पॉष्टिक आहार दिया जाता है.
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डालसा के पीएलवी मानव कुमार के जरिए झालसा के योजनाओं की जानकारी दी गई. इसके अलावा उपस्थित लोगों को श्रमेय वदंते के तहत लेबर कार्ड, मनरेगा जाॅब कार्ड बनाने का तरीका और उससे मिलने वाले लाभ के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी.