रांची: कोराेना कंटेनमेंट जोन हिंदपीढ़ी में लगातार स्थिति बिगड़ने के दौरान रांची पुलिस ने पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजकर सीआरपीएफ जवान मांगे थे, जिसके बाद हिंदपीढ़ी में सीआरपीएफ की दो कंपनी उतार दी गई है. सीआरपीएफ की टीम के हिंदीपीढ़ी में पहुंचते ही सबसे पहले उन्हें गुरु नानक स्थित कंट्रोल रूम में सिटी एसपी रांची सौरभ के द्वारा ब्रीफ किया गया और उसके बाद सीआरपीएफ के जवानों ने पूरे हिंदपीढ़ी इलाके में फ्लैग मार्च किया.
जवानों ने हिंदपीढ़ी के लोगों को यह जता दिया कि इस लॉकडाउन में वह भी मैदान में उतर चुके हैं और अगर अब कोई भी इसका उल्लंघन करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हिंदपीढ़ी में सीआरपीएफ के जवानों के फ्लैग मार्च के दौरान ईटीवी भारत की टीम भी वहां पहुंची और फ्लैग मार्च का जायजा लिया.
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एसएसपी ने भेजा था पत्र
रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता ने बीते 14 अप्रैल को पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजकर हिंदपीढ़ी में प्रतिनियुक्ति के लिए सीआरपीएफ जवान मांगे थे. यह फैसला रांची पुलिस की ओर से तब लिया गया था, जब 13 अप्रैल को तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लेने गई पुलिस और मेडिकल की टीम पर हमला हो गया था, जिसमें जमकर हंगामा भी हुआ था. पुलिस और मेडिकल टीम पर पथराव किए गए थे. उसी दिन बैरिकेडिंग लगाने को लेकर दो समुदाय के लोग भिड़ गए थे. इसके बाद रांची पुलिस की ओर से पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजा गया था.