रांचीः राजधानी के लालपुर थाना क्षेत्र में वर्धमान कंपाउंड स्थित कंगन ज्वेलर्स में लूट मामले में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. मिली जानकारी के अनुसार लूटपाट करने वाले अपराधी बिहार भाग चुके हैं जबकि रांची पुलिस अंधेरे में तीर मार रही है.
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रांची के लालपुर वर्धमान कंपाउंड के कंगन ज्वेलर्स से लूटपाट मामले में पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. गठित एसआइटी ने अपराधियों को पकड़ने में दिन रात एक कर दी है. हालांकि फिलहाल रांची पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस की एक टीम सीसीटीवी फुटेज के जरिए अपराधियों का पता ढूंढ रही है. सीसीटीवी फुटेज में अपराधी ओरमांझी राेड, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा तक देखे गए हैं. आशंका है कि चतरा के रास्ते अपराधी बिहार भाग गए हैं.
![Criminals absconding to Bihar after robbery in jewellery shop in Ranchi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-ran-05-lootkand-photo-7200748_06052022223131_0605f_1651856491_233.jpg)
हालांकि पुलिस जगह-जगह का अपराधियों का कॉल डंप भी ले रही ताकि अपराधियों का सुराग मिल पाए. फिलहाल पुलिस दावा कर रही कि अपराधियों को पकड़ने के लिए अहम सुराग हाथ लगे हैं. लेकिन अब तक की हुई कार्रवाई में पुलिस के हाथ खाली नजर आ रहे हैं. बीते गुरुवार को बेखौफ तीन अपराधियों ने दिनदहाड़े 30 लाख रुपये के जेवरात लूट लिए. इसके बाद अपराधी आराम से हथियार लहराते हुए फरार हो गए.
250 ग्राम सोना, 20 किलो चांदी, डायमंड के नोजपिन ले भागे लुटेरेः इस मामले में शुक्रवार को दुकान के संचालक प्रेम केडिया की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गयी है. जिसमें तीन लुटेरों पर हथियार के बल करीब 30 लाख के गहने लूटने का आरोप लगाया है. दुकान संचालक ने बताया है कि उनकी दुकान से 250 ग्राम सोना, 20 किलो चांदी, डायमंड की नोजपिन, पोखराज, पन्ना सहित कई महंगे स्टोन, 1 लाख 16 हजार नकद व दर्जनों साड़ियों लेकर लुटेरे फरार हो गए. खरीदार बनकर आए अपराधियों ने प्रेम केडिया और उनके बेटे कमल केडिया की कनपट्टी पर पिस्टल तान रखा था. जबकि पत्नी और बहू को पीछे मुड़कर खड़ा रहने की धमकी देकर लूटपाट की गयी.
फर्जी निकला बाइक का नंबर प्लेटः रांची में आभूषण दुकान में लूट में जिस बाइक से अपराधी घटना को अंजाम देने आए थे, संबंधित बाइक के नंबर के रजिस्ट्रेशन की जांच की गयी, इसमें नंबर फर्जी निकला. बाइक की नंबर का सत्यापन में पता चला कि फर्जी नंबर प्लेट लगाकर इस घटना को अंजाम दिया गया है. चूंकि नंबर के मालिक तक पुलिस पहुंची तो संबंधित नंबर कार का निकला. पुलिस बाइक के रंग और मॉडल के आधार पर भी सत्यापन कर रही है.