रांचीः जिला पुलिस ने एक बड़े शातिर वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह के सदस्य सेल्फ ड्राइव (बिना ड्राइवर के) के नाम पर वाहन बुक कराते और फिर उसे दूसरे राज्य में ले जाकर खपा देते थे. एयरपोर्ट थाना की पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को पोटका से गिरफ्तार किया है. इन सदस्यों के पास से पुलिस ने चोरी की दो जीप बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के मोकामा के रहने वाले राहुल रंजन और जमशेदपुर के तूफान मंडल शामिल है.
सूटबूट में आते थे गाड़ी लेनेः पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे सूटबूट में ही गाड़ी बुक करने से लिए ट्रैवल एजेंसी में पहुंचते थे ताकि एजेंसी के लोगों को यह लगे कि वे अमीर परिवार के सदस्य हैं, उनकी गाड़ी लेकर भाग नहीं सकते हैं. इस गिरोह के सदस्यों ने एयरपोर्ट इलाके से सेल्फ ड्राइव करने के लिए गोप ट्रैवल एजेंसी से सितंबर 2023 को एक गाड़ी ली थी. इसके बाद आरोपियों ने उस गाड़ी को कोलकाता में बिक्री कर दी. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी अभिजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. उसके बयान के आधार पर एयरपोर्ट पुलिस ने दोनों आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार किया. जब दोनों आरोपी जीप को कोलकाता में बिक्री के लिए ले जा रहे थे. इसी बीच पुलिस ने पकड़कर कागजात मांगे तब पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार कर लिया.
चार दिन पहले यूपी से चुराई थी दो जीपः गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को अहम जानकारी मिली है. आरोपियों ने खुलासा किया कि वे चार दिन पहले बनारस से दो जीप (थार) सेल्फ ड्राइव करने के लिए बुक किया था. ट्रैवल एजेंसी से बनारस घूमने के नाम पर आरोपियों ने गाड़ी थी. इसके बाद वे दोनों गाड़ी लेकर झारखंड पहुंच गए. उन दोनों गाड़ी को कोलकाता में कुछ लोगों से संपर्क किया और गाड़ी लेकर सौदा करने निकले थे, इसी बीच पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.
जमशेदपुर में गाड़ी चुराने का खोला था कार्यालयः आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गिरोह के सदस्यों ने दो साल पहले जमशेदपुर में एक कार्यालय खोला था. लोगों से यह कहा था कि वह कंपनियों में भाड़ा पर गाड़ी लगवाते हैं. एक दर्जन से अधिक लोग गिरोह के सदस्यों के झांसे में आ गए. लोगों ने अपनी चार पहिया वाहन गिरोह के सदस्यों के हवाले कर दिया. सभी गाड़ियों को लेकर गिरोह के सदस्य फरार हो गए. इस मामले में जमशेदपुर के उलीडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई. पुलिस ने छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया था.
हाल ही में जेल से निकले थेः अगस्त 2023 को दोनों आरोपी जमशेदपुर जेल से रिहा हुए. इसके बाद फिर से चोरी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि आरोपी थार गाड़ी चोरी करने के बाद दो लाख रुपए में खपा दिया करते हैं. अन्य गाड़ियों को भी इसी तरह से बिक्री करते हैं. बिक्री से प्राप्त राशि वे आपस में बांट लिया करते हैं.
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