रांची: झारखंड की राजनीति में बदलाव की बयार बह रही है. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे के गठन की घोषणा की गई, जिसमें आजसू के अलावा एनसीपी और निर्दलीय विधायक शामिल हैं. निर्दलीय विधायक सरयू राय भी मोर्चा में शामिल हैं. लेकिन भाकपा (माले), भापका और राजद ने इस मोर्चा को छलावा बताया है.
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भाकपा माले के जनार्दन प्रसाद कहते हैं कि झारखंड में तीसरा मोर्चा सिर्फ एक छलावा है. उन्होंने कहा कि सुदेश महतो के नेतृत्व में बनी तीसरे मोर्चे का कोई अस्तित्व नहीं है. यह मोर्चा सिर्फ बीजेपी को मदद पहुंचाने के लिए बनाई गई है. तीसरे मोर्चे के नेता कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी से मिले हुए हैं. राज्य की जनता तीसरे मोर्चे के नेताओं की असलियत जानती है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता अजय सिंह ने बताया कि तीसरे मोर्चे का गठन बीजेपी को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है. लोकसभा चुनाव में तीसरे मोर्चा में शामिल नेता बीजेपी के इशारे पर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि मोर्चा के सभी नेता बीजेपी के संपर्क के हैं और उसके इशारे पर ही मोर्चा का गठन किया गया है. राष्ट्रीय जनता दल के नेता राजेश यादव ने कहा कि इस तरह के मोर्चे से सिर्फ विधानसभा के अंदर राजनीति की जा सकती है. इस मोर्चा की सड़क पर कोई अस्तित्व नहीं है. राज्य की जनता ऐसे लोगों को भी जानती है इसलिए तीसरे मोर्चे के गठन से सरकार और सरकार में शामिल अन्य पार्टियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.