रांची: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां अपने-अपने स्तर पर तैयारी में जुट गई हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां अलग-अलग राज्यों में जाकर अपने नेताओं को जरूरी दिशा-निर्देश देती नजर आ रही हैं. चुनाव को देखते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी तैयारी शुरू कर दी है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ भाल चंद्र कांगो रांची पहुंचे. रांची पहुंचने के बाद उन्होंने प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ बैठक की. बैठक के दौरान सभी जिलों के स्थानीय नेताओं ने जिलों में मतदाता आधार की रिपोर्ट ली. इसके बाद आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, इसे लेकर कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये.
सरकार को उखाड़ फेंकेगा इंडिया गठबंधन: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भाल चंद्र कांगो ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी, महंगाई और भुखमरी जैसी समस्याएं चरम पर है, लेकिन देश में बैठी मोदी सरकार को इससे कोई लेना-देना नहीं है. वे पूरे देश को मंदिर-मस्जिद के नाम पर लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन इस बार इंडिया गठबंधन एकजुट होकर ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगा.
सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव भाल चंद्र कांगो ने कहा कि हाल ही में 16 दिसंबर को ओडिशा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी. जिसमें देशभर से आए कार्यकर्ताओं और नेताओं को साफ शब्दों में कहा गया है कि जहां भी पार्टी का जनाधार मजबूत है, उन सभी सीटों पर चुनाव की तैयारी शुरू कर दें. यह भी कहा गया है कि इंडिया अलायंस के साथ बैठक के बाद जिन भी सीटों पर सहमति बनेगी, उस सीट पर और जोर आजमाइश के साथ तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी.
भाल चंद्र कांगो ने कहा कि फिलहाल सीपीआई झारखंड की तीन लोकसभा सीटों पर तैयारी कर रही है, जिसमें दुमका, चतरा और हजारीबाग शामिल हैं. इन तीनों सीटों पर इंडी गठबंधन के नेता जो भी फैसला लेंगे, उसके बाद ही सीपीआई अंतिम फैसला लेगी.
कई क्षेत्रों में सीपीआई का जनाधार: गौरतलब है कि सीपीआई पार्टी का झारखंड के विभिन्न विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में जनाधार है. ऐसे में सीपीआई की मांग नहीं मानना गठबंधन के नेताओं के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. देखना यह होगा कि आगामी चुनाव में अन्य विपक्षी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की मांगों को लेकर क्या फैसला लेते हैं. सीपीआई के अलावा राष्ट्रीय महासचिव बी.सी. बैठक में कांगो, पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता, प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय सिंह समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे.
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