रांचीः नगर निगम के निजी ट्रैक्टर चालकों के हड़ताल पर जाने के बाद शहर में कचरे का अंबार न लगे, इसके लिए रांची नगर निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पांच हाइवा और एक डंपर किराए पर लेकर कचरे का उठाव शुरू कर दिया है. गुरुवार को मुख्य जगहों से इन्हीं के माध्यम से कचरे का उठाव कर मिनी ट्रांसफर स्टेशन में जमा किया गया और फिर वहां से झिरी में डंप किया गया. साथ ही टाटा एस से गली मोहल्लों से कचरे का उठाव का कार्य किया जा रहा है.
कचरा उठाव का काम लगातार प्रभावित
निजी ट्रैक्टर चालकों के मंगलवार से हड़ताल पर जाने के बाद राजधानी रांची में कचरा उठाव का काम लगातार प्रभावित हो रहा है. हालांकि नगर निगम की ओर से अतिरिक्त गाड़ियों के माध्यम से कचरे उठाव का कार्य शुरू कर दिया गया. साथ ही निजी ट्रैक्टर चालकों और ऑनर्स को चेतावनी दी गई है कि अगर उनके द्वारा निगम के कार्य में रुकावट पैदा की जाएगी, तो उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा.
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15 खराब पड़ी छोटी गाड़ियों की मरम्मत
वर्तमान में निगम टाटा एस के माध्यम से शहर से कचरा उठाव का कार्य कर रहा है. वहीं निगम के खुद के 30 ट्रैक्टर इस कार्य में लगे हुए हैं. इसके अलावा 15 खराब पड़ी छोटी गाड़ियों की मरम्मत कराकर कचरा उठाने के कार्य में लगाई गई है. साथ ही 10 और छोटी गाड़ियां दो दिनों के अंदर कचरा उठाव में लगाई जाएंगी, ताकि कोरोना संक्रमण के इस दौर में इमरजेंसी सेवाओं में शामिल सफाई व्यवस्था पर बुरा प्रभाव न पड़े और शहर की सफाई का कार्य सही तरीके से चल सके.
मंगलवार से है हड़ताल जारी
बता दें कि राजधानी में नगर निगम का कचरा उठाने वाले लगभग 150 निजी ट्रैक्टर चालक मंगलवार से हड़ताल पर हैं, जिसकी वजह से शहर के गली मोहल्लों में कचरे का उठाव नहीं हो सका. सिर्फ छोटे वाहन और निगम के 30 ट्रैक्टर से ही 53 वार्डों में कचरा उठाने का काम किया जा रहा था. दरअसल, कूड़ा उठाने में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद उप नगर आयुक्त ने कुछ निजी ट्रैक्टर को काम से हटा दिया है. इसके बाद ट्रैक्टर मालिकों ने विरोध स्वरूप हड़ताल कर दी है.