रांची: झारखंड में पिछले चार दिनों से एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. लगभग डेढ़ से दो माह के बाद झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या डबल डिजिट में पहुंच गया है. H3N2 इंफ्लूएंजा वायरस के राज्य में बढ़ते खतरे के बीच एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. वहीं दूसरी ओर यह भी सच्चाई है कि 12 वर्ष से अधिक उम्र समूह वाले लोगों में 71 लाख, 79 हजार, 912 लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए बेहद जरूरी वैक्सीन का दूसरा डोज ही नहीं लिया है. कोरोना काल के शुरुआती दिनों से लगातार सेवा देने वाले रांची के डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनने के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेना बेहद जरूरी है.
बड़ी संख्या में लोगों ने नहीं लिया है वैक्सीन का दूसरा डोजः स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 12 से 14 वर्ष उम्र समूह वाले 15 लाख, 94 हजार किशोरों में से नौ लाख, 71हजार, 379 लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लिया है. इसी तरह 15 से 17वर्ष के उम्र समूह वाले कुल 23 लाख, 98 हजार लोगों में 12 लाख, 72 हजार 956 लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लिया है. वहीं 18+ उम्र समूह वाले दो करोड़, 10 लाख, 46 हजार, 83 लोगों में से 49 लाख, 35 हजार, 576 लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लिया है.
कई लोगों ने वैक्सीनेशन कराया ही नहींः स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना टीकाकरण को लेकर जारी ताजा रिपोर्ट में 12 से 14 वर्ष उम्र समूह वाले पांच लाख, 31 हजार, 509 लोगों ने और 15-17 वर्ष उम्र समूह वाले आठ लाख, दो हजार, 16 लोगों ने वैक्सीन का पहला डोज ही नहीं लिया है.
सिर्फ 18 प्रतिशत लोगों ने लिया है बूस्टर डोजः कोरोना से बचाव के लिए हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 प्लस वाले 38 लाख, 28 हजार, 349 लोगों में से 82% लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लिया है. वहीं 38 लाख से अधिक लोगों में से सिर्फ छह लाख, 73 हजार 951 लोगों ने ही वैक्सीन का बूस्टर डोज लिया है.
काफी कम मात्रा में बची है वैक्सीनः राज्य में काफी कम मात्रा में कोवैक्सीन वैक्सीन उपलब्ध है. वहीं लगभग तीन महीने पहले से कोविशिल्ड और कोर्बेक्स वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. इस संबंध में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश दयाल से ईटीवी भारत ने इस मुद्दे बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. वहीं रांची सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने कहा कि सिर्फ covaxine ही उपलब्ध है. जिसे जिले में दो से तीन टीकाकरण केंद्र के माध्यम से लोगों को दिया जा रहा है.