रांची: मणिपुर में कुकी समुदाय की आदिवासी महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना के विरोध में रविवार को झारखंड की महिला विधायक और सांसद एक साथ मुखर होंगी. मणिपुर में 79 दिनों से जारी जातीय हिंसा और महिलाओं के साथ शर्मनाक घटना को लेकर झारखंड कांग्रेस की महिला विधायक, सांसद और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष एक साथ भाजपा के खिलाफ प्रेस वार्ता करेंगी.
इसको लेकर रांची में विधायक दीपिका पांडेय सिंह, दुमका में शिल्पी नेहा तिर्की, हजारीबाग में विधायक अंबा प्रसाद, पलामू में झारखंड महिला कांग्रेस की अध्यक्ष गुंजन सिंह और चाईबासा में सांसद गीता कोड़ा संवाददाता सम्मेलन करेंगी.
भाजपा और केंद्र की सरकार पर कांग्रेस का आक्रोशः पूर्वोत्तर भारत का महत्वपूर्ण राज्य मणिपुर पिछले 79 दिनों से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मणिपुर दौरे के बाद भी हिंसा कम नहीं हुई है. हर दिन बड़ी संख्या में लोग इस हिंसा के शिकार हो रहे हैं.
मोदी सरकार बनी हुई है मूकदर्शक- झारखंड कांग्रेसः पार्टी के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि मणिपुर जल रहा है और देश के प्रधानमंत्री खामोश हैं. मणिपुर में भीड़ द्वारा आदिवासी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने का शर्मनाक वीडियो वायरल होने के बाद भी पीएम चुप्पी साधे बैठे थे. राकेश सिन्हा ने कहा कि जब सर्वोच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया तब प्रधानमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ने की औपचारिकता पूरी की. राकेश सिन्हा ने मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना को शर्मसार करने वाला बताया.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सह प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के निर्देशानुसार आदिवासी महिलाओं के साथ मणिपुर में हुई शर्मनाक घटना के खिलाफ 23 जुलाई 2023 को सभी प्रमंडलों में पार्टी के महिला सांसद/विधायक/नेत्री संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर केंद्र सरकार के अमानवीय चेहरे का पर्दाफाश करेंगी. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रमंडल स्तर पर कांग्रेस की महिला नेता, विधायक और सांसद संवाददाता सम्मेलन करेंगी.
इन नेताओं का होगा संवाददाता सम्मेलनः विधायक दीपिका पांडेय सिंह रांची में, सांसद गीता कोड़ा पश्चिमी सिंहभूम में, विधायक अंबा प्रसाद हजारीबाग में, दुमका में विधायक शिल्पी नेहा तिर्की और प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष गुंजन सिंह को पलामू प्रमंडल की जिम्मेदारी दी गई है.
मणिपुर हिंसा का विरोधः मणिपुर की घटना का झारखंड में लगातार विरोध हो रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, वाम दल और राज्य की कई आदिवासी संगठनों से जुड़े लोग हर दिन धरना प्रदर्शन और मणिपुर सरकार का पुतला दहन कर रहे हैं. शनिवार को भी युवा कांग्रेस ने मणिपुर की घटना के विरोध में अल्बर्ट एक्का चौक पर प्रदर्शन किया और मणिपुर की एन बीरेंद्र सिंह की सरकार को बर्खास्त करने की मांग की.