रांची: बाबा रामदेव के ओर से आधुनिक चिकित्सा पद्धति को लेकर अशोभनीय टिप्पणी करने के विरोध में आईएमए द्वारा आहूत सांकेतिक प्रदर्शन का प्रदेश कांग्रेस ने भी समर्थन किया है. आईएमए के विरोध में एमबीबीएस डॉक्टरों द्वारा आहूत प्रदर्शन का समर्थन करने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता जगन्नाथ हाॅस्पटल पहुंचे और डॉक्टरों के साथ काला बिल्ला लगाकर अपनी नाराजगी जताई.
आईएमए झारखंड इकाई के सचिव डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि बाबा रामदेव की टिप्पणी से देशभर में पूरा डॉक्टर दुःखी है और आक्रोशित है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल ही नहीं, हर मुश्किल की घड़ी में एलोपैथिक चिकित्सक अपनी बुद्धिमता और क्षमता के अनुसार इलाज में सहयोग कर रहे हैं, कोरोना काल में कई डॉक्टरों ने अपनी शहादत भी दी है और वे सभी आज बाबा रामदेव के विचारों से आहत हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें आयुर्वेद, होम्योपैथी या इलाज के किसी अन्य पैथी से कोई एतराज नहीं है, लेकिन जिस तरह से रामदेव ने बयान दिया है, उसे लेकर उन्हें सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए.
डॉक्टरों पर की गई टिप्पणी डॉक्टरों पर की गई टिप्पणी: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में दुनिया भर में करीब डेढ़ लाख डॉक्टरों ने शहादत दी है, देश भर में 1200 से अधिक डॉक्टरों की मौत हुई है और झारखंड में भी एक सौ से अधिक डॉक्टर और नर्स समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की जान गई है, ऐसी स्थिति में डॉक्टरों पर की गई टिप्पणी पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है.
इसे भी पढे़ं: रिम्स: एक महीने बाद ही कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल सभी एएनएम को हटाया, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट कार्यालय के सामने प्रदर्शन
मरीजों की सेवा में जुटी डॉक्टर: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि डॉक्टर लगातार अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा में जुटे हैं, लेकिन बाबा रामदेव संक्रमण काल में अपने घटते व्यवसाय को बढ़ाने के लिए इस तरह की अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. वहीं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि चिकित्सकों के दबाव और केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के कहने पर बाबा रामदेव ने माफी भी मांगी, पर कई ऐसी बातें भी कह गए, जो उचित नहीं था. इस अवसर पर आईएमए के सचिव ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से भी बात की और कहा कि कोरोना संक्रमण से निजात दिलाने में वैक्सीनेशन ही सबसे बड़ी उम्मीद है और टीकाकरण को गति दिए जाने की जरूरत है. इस मौके पर डॉ प्रशांत कुमार मंडेलकर, डॉ निलय कुमार, डॉ अटेन बारला समेत कई डॉक्टर उपस्थित थे.