रांचीः हाथरस समेत देश में लगातार दलितों पर बढ़ते अपराध के खिलाफ केंद्र सरकार के विरोध में कांग्रेस ने गुरुवार को महिला और दलित उत्पीड़न दिवस के रुप में मनाया. इसके तहत झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका के समक्ष धरना देकर केंद्र सरकार के प्रति विरोध जताया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि वर्तमान केंद्र की सरकार में महिला सुरक्षा को लेकर रिकॉर्ड अच्छे नहीं है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में कांग्रेस महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ विरोध दर्ज करा रही है.
सरकार को संविधान के अनुसार सभी तबके के लोगों को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी है. लेकिन वर्तमान में देखा जा रहा है कि महिलाओं, दलित,आदिवासियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है.जिसका हाथरस की घटना इसका ताजा उदाहरण है.उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों को भी ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए ध्यान देने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि सरकार को महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर त्वरित कार्रवाई करने की जरूरत है और अनुसंधान पूरा कर फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द से जल्द न्याय दिलाने अहम है, लेकिन इसके लिए सबसे पहली जिम्मेदारी केंद्र सरकार की बनती है.
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वहीं सरना धर्म कोड के मामले में भाजपा के बयान को लेकर रामेश्वर उरांव ने कहा कि भाजपा गलत बयानबाजी कर भ्रम फैलाने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि वह वर्ष 2009 में मंत्री थे. उस दौरान दो बार बैठक बुलाकर सरना धर्म कोड और आदिवासी धर्म कोर्ड की मांग की थी. उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा है कि सरना धर्म कोड और आदिवासी धर्म कोड को लेकर दिए गए बयान को साबित करें.