रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से केबुल कंपनी, बिजली विभाग की लापरवाही, बोर्ड के महाप्रबंधक संजय कुमार और मुख्य अभियंता श्रवण कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार को बिजली बोर्ड मुख्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्त्ताओं ने पोल खोलो कार्यक्रम के तहत बिजली बोर्ड मुख्यालय के बाहर सामाजिक दूरी के दिशा-निर्देश का पालन करते हुए एक दिवसीय धरना दिया.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने बताया कि चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में अगले चरण में केआई कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी की जाएगी. उसके बाद बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और अभियंताओं के घर के बाहर प्रदर्शन कर आस पास के लोगों को उनकी करतूतों की जानकारी दी जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के कुछ अधिकारियों और अभियंताओं की लापरवाही से पूरा बिजली विभाग बदनाम हो रहा है. उन्होंने कहा कि 18 सितंबर को कांग्रेस द्वारा केईआई कंपनी में तालाबंदी की जाएगी.
इसे भी पढ़ें- केंद्र सरकार के कृषि अध्यादेश के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल
जनता की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव का भी साफ कहना है कि सिर्फ सरकार में शामिल रहने के बावजूद बिजली विभाग और केबल कंपनियों की लापरवाही को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जहां भी जनहित की अनदेखी होगी. कांग्रेस पार्टी जोर शोर से जनता की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध है.
बिजली विभाग की व्यवस्था चरमरा गई
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने भी कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में बिजली विभाग के अधिकारियों को लूट और मनमानी की पूरी छूट दे दी गई, जिसके कारण पूरे बिजली विभाग की व्यवस्था चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में मिली छूट के कारण ही बिजली विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को निडर होकर भ्रष्टाचार और लापरवाही जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.