रांची: झारखंड में लंबित पड़े कांग्रेस के सदस्यता अभियान की शुरुआत 12 फरवरी से होने जा रही है. इस बार पार्टी ने सदस्यता अभियान में कुछ नए शर्त रखे हैं. कांग्रेस का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं और बुद्धिजीवियों को पार्टी से जोड़ा जाए, लेकिन जो शर्तें रखी गई हैं. वह चर्चा का विषय बना हुआ है.
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प्रदेश कांग्रेस सदस्यता अभियान के प्रभारी आलोक दुबे ने इन शर्तों को लेकर का है कि संगठन को मजबूत करने के लिए यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी छोड़कर दूसरे दल में गए हैं, वह उसी दल में काम करें और कार्यकर्ताओं को अपने तरीके से संगठन को मजबूत करने के लिए काम करने दें.
ऐसे में कांग्रेस की शर्तों की वजह से सदस्यता अभियान में परेशानी भी होगी, क्योंकि कई लोग इन शर्तों की वजह से पार्टी में जुड़ना नहीं चाहेंगे, लेकिन इस मसले पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि यह शर्त इसलिए रखे गए हैं ताकि जो विधानसभा चुनाव में पार्टी छोड़ दूसरे दलों से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़े हैं. उनकी दोबारा पार्टी में इंट्री न हो सके, उन्होंने कहा है कि इन शर्तों की वजह से सदस्यता अभियान पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा.