रांची: राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे और सुरक्षा कारणों से रिम्स के पेइंग वार्ड से शिफ्ट किया जाना है. इसे लेकर भाजपा नेताओं की ओर से लगातार टिप्पणी की जा रही है, जिसे झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ताओं ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस का चरित्र हमेशा अपने नेताओं का सम्मान करने की रही है. सच तो यह है कि भाजपा और केंद्र सरकार लालू यादव से अब भी खौफ खाती है. इसलिए इस तरह की घटिया बयानबाजी की जाती है.
भाजपा नेताओं के पेट में क्यों हो रहा है दर्द
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव एकीकृत बिहार में मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रह चुके हैं. पार्टी उनके स्वास्थ्य की सलामती चाहती है और सरकार की भी यह नैतिक जिम्मेवारी है कि वह हर किसी के स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रखे. ऐसे में उन्हें अगर रिम्स के पेइंग वार्ड से शिफ्ट किया जा रहा है तो भाजपा नेताओं के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. भाजपा नेता खुद ही बताए कि उनके शीर्ष नेताओं के साथ मौजूदा नेतृत्व ने जिस तरह का व्यवहार किया और साइडलाइन लगा दिया. क्या उसी तरह से सभी दल अपने बड़े नेताअें का अपमान करें.
ये भी पढ़ें-सुशांत की बहन श्वेता की PM मोदी से अपील- प्लीज मामले को संज्ञान में लीजिए
उच्चतम न्यायालय के आदेश को राज्य सरकार को 'तमाचा'
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने भाजपा सांसद निशिकांत दूबे के उस बयान पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है, जिसमें भाजपा सांसद ने बाबा बैद्यनाथ धाम और बासुकिनाथ धाम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के आदेश को राज्य सरकार पर तमाचा बताया था. उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय की ओर से कोई तमाचा या घूसा नहीं मारा गया, बल्कि सरकार को कुछ सलाह दी गयी है और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सरकार और संगठन सम्मान करती है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी ओछी राजनीति, घटिया मानसिकता और सुर्खियों में रहने की हर गतिविधि पर राज्य की जनता पूरी नजर रखे हुए हैं और समय आने पर पूरा हिसाब करेगी.