रांची: झारखंड में लोकसभा की 14 सीटों में से झारखंड मुक्ति मोर्चा कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा और वह सीटें कौन कौन सी होंगी, इस पर सहमति बनाने के लिए दिल्ली में कांग्रेसी नेताओं और झामुमो प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रारंभिक चरण की वार्ता शनिवार को हो गयी है. दोनों दलों के नेता वार्ता को सकारात्मक बता रहे हैं.
शनिवार को ही झामुमो शिष्टमंडल में शामिल सुप्रियो भट्टाचार्या ने यह कहकर झामुमो का रुख साफ कर दिया था कि 2024 लोकसभा चुनाव में झामुमो 2019 की तुलना में अधिक सीट पर उम्मीदवार खड़ा करेगा. जाहिर है कि यह संख्या 05 या उससे ऊपर की होगी क्योंकि 2019 में महागठबंधन में झामुमो को 04 सीटें मिली थी. जिसमें से राजमहल सीट झामुमो ने जीती थी. तब दुमका, गिरिडीह और जमशेदपुर से झामुमो के तीन दिग्गज शिबू सोरेन, जगरनाथ महतो और चंपई सोरेन की हार हो गयी थी.
दिल्ली में कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक में शामिल हुए सुप्रियो भट्टाचार्य रांची नहीं लौटे हैं तो अन्य तीन झामुमो नेता विनोद पांडेय, सुदिव्य कुमार सोनू और चम्पई सोरेन मीडिया से दूर रहना चाह रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय की ओर से पार्टी का अधिकृत बयान आया है जो सहयोगी कांग्रेस को परेशान करने वाला है. झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने दो टूक लहजे में कहा कि इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा 07 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ना चाहता है. यह बात शनिवार को कांग्रेस के आला नेताओं के साथ हुई बैठक में बता भी दिया गया है.
झामुमो के नेता ने कहा कि 2019 में जिन 04 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ें उसके अलावा चाईबासा यानी सिंहभूम लोकसभा सीट, कोडरमा, लोहरदगा में पार्टी की मजबूत पकड़ है और झामुमो ही यहां पर भाजपा को शिकस्त दे सकता है.
अनाप शनाप बयानबाजी से परहेज करें झामुमो प्रवक्ता- कांग्रेस: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता द्वारा लोहरदगा, कोडरमा पर दावा वाले बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य प्रवक्ता जगदीश प्रसाद साहू ने कहा कि झामुमो के नेताओं को अनाप शनाप बयानबाजी कर भाजपा को मदद पहुंचाने का रास्ता नहीं बनाना चाहिए. जगदीश प्रसाद साहू ने कहा कि सिंहभूम हमारी जीती हुई लोकसभा सीट है. यहां कांग्रेस हर हाल में चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि इसी तरह लोहरदगा, खूंटी, कोडरमा, रांची सहित अन्य लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की मजबूत पकड़ है. इंडिया में कौन सा दल किस सीट पर चुनाव लड़ेगा, इसका फैसला आलाकमान पर छोड़ दें न कि बयानबाजी कर आपसी माहौल को खराब करें.
आपस में ही लड़कर समाप्त हो जाएगा INDI अलायंस- भाजपा: लोकसभा सीटों को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा 07 सीटों की दावेदारी और कांग्रेस की विनिंग सीट पर भी आंखें गड़ाए जाने के बाद. कांग्रेस की ओर से आई तीखी प्रतिक्रिया पर भाजपा मजे ले रही है. झारखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह ने कहा कि जिस तरह से INDI में नीतीश कुमार ने संयोजक का पद ठुकरा दिया है और झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अभी से अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं, उससे साफ है कि यह लोग आपस में ही लड़ेंगे और INDI गठबंधन समाप्त हो जाएगा.
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