ETV Bharat / state

GST में 600 करोड़ की चोरी, वाणिज्य कर विभाग ने गिनाई अपनी 4 साल की उपलब्धियां

राज्य के वाणिज्य कर विभाग के द्वारा साल 2019 तक के कार्यो की जानकारी देते हुए सचिव ने साढ़े चार साल की उपलब्धियों को गिनाया. सचिव ने बताया कि इस दौरान जीएसटी फ्रॉड सक्रिय हुए और सरकार को 600 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ.

प्रेस वार्ता करते वाणिज्य कर विभाग के सदस्य
author img

By

Published : Aug 16, 2019, 9:49 PM IST

रांचीः राज्य के वाणिज्य कर विभाग के द्वारा साल 2019 तक के कार्यो की जानकारी देते हुए सचिव ने साढ़े चार साल की उपलब्धियों को गिनाया. सचिव प्रशांत कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में संग्रहित राजस्व गत वित्तीय वर्ष के इसी अवधि तक संग्रहित राजस्व से लगभग साढ़े 10 सो करोड़ अधिक है.

जानकारी देते सचिव

जीएसटी के दौरान सक्रिय हुए जीएसटी फ्रॉड-

  • 600 करोड़ के राजस्व का लगाया चूना
  • कुल 43 मामले अब तक हुए डिटेक्ट
  • 25 में एफआईआर कर हो रही कार्रवाई
  • फेक इनवॉइस जेनरेट कर किया फ्रॉड

25 कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
जीएसटी के लॉन्च होने के बाद अब तक कुल 43 मामले जीएसटी फ्रॉड के डिटेक्ट किए गए हैं. इसमें 25 कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई हो रही है. वाणिज्य कर विभाग सचिव प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि जीएसटी में व्यवसायियों को हो रही परेशानी से रिबेट दिया गया, जिसका फ्रॉड ने फेक ट्रांजैक्शन कर फायदा उठाया. उन्होंने बताया कि कोलकाता, मुंबई और गुजरात में यह गिरोह सक्रिय है. वहीं, उन्होंने बताया कि 600 करोड़ के राजस्व का नुकसान तो हुआ है, लेकिन यह आंकलन कर पाना मुश्किल है कि आखिर किस राज्य को कितने का नुकसान हुआ. सरकार इन फ्रॉड पर अंकुश लगाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है, जिसके लिए इंटेलिजेंस सेल बनाया गया और कोऑर्डिनेशन टीम दूसरे राज्य से संपर्क में है.

वित्तीय वर्ष 2014 15 में कार्य-

  • 8385.4 करोड़ रुपए के राजस्व का संग्रहण
  • आईटी इकाइयों को विद्युत शुल्क की देता से विमुक्ति
  • मेगा प्रोजेक्ट फॉर कैपटिव पावर प्लांट को 50% की सीमा तक विद्युत शुल्क कि देयता से विमुक्ति
  • रिन्यूएबल सोर्स से ऊर्जा उत्पादन करने वाले ऊर्जा संयंत्र को 50 प्रतिशत की देयता से विमुक्ति

वित्तीय वर्ष 2015 -16 में हुए कार्य-

  • 9189.43 करोड़ रुपये के राजस्व संग्रहण
  • निबंधन प्रक्रिया का सरलीकरण

वित्तीय वर्ष 2016-17 -

  • 10832.04 करोड़ के राजस्व का संग्रहण
  • 2 करोड़ तक के टर्नओवर वाले व्यवसायियों को कर से छुटकारा
  • कैशलेस ट्रांसेक्शन्स को बढ़ावा
  • टायर ट्यूब की खरीद पर कर दर में गिरावट
  • परिवहन हेतु 50 हज़ार की सीमा को बढ़ाकर एक लाख
  • एलईडी बल्ब पर कर दर 14 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत

वित्तीय वर्ष 2017-18 -

  • 11368 करोड़ रुपये के राजस्व का संग्रहण
  • झारखंड माल एवं सेवा कर अधिनियम
  • जीएसटी की सफलतापूर्वक क्रियान्वन के लिए अडवाइजरी कमिटी के गठन
  • मुनाफाखोरी रोकने के लिए कमिटी के गठन

वित्तीय वर्ष 2018-19 -

  • 12953.7 करोड़ के राजस्व की वसूली
  • 94,939 नए व्यवसाइयों का निबंधन
  • डीजल एवं पेट्रोल में वैट की राशि मे कमी

रांचीः राज्य के वाणिज्य कर विभाग के द्वारा साल 2019 तक के कार्यो की जानकारी देते हुए सचिव ने साढ़े चार साल की उपलब्धियों को गिनाया. सचिव प्रशांत कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में संग्रहित राजस्व गत वित्तीय वर्ष के इसी अवधि तक संग्रहित राजस्व से लगभग साढ़े 10 सो करोड़ अधिक है.

जानकारी देते सचिव

जीएसटी के दौरान सक्रिय हुए जीएसटी फ्रॉड-

  • 600 करोड़ के राजस्व का लगाया चूना
  • कुल 43 मामले अब तक हुए डिटेक्ट
  • 25 में एफआईआर कर हो रही कार्रवाई
  • फेक इनवॉइस जेनरेट कर किया फ्रॉड

25 कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
जीएसटी के लॉन्च होने के बाद अब तक कुल 43 मामले जीएसटी फ्रॉड के डिटेक्ट किए गए हैं. इसमें 25 कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई हो रही है. वाणिज्य कर विभाग सचिव प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि जीएसटी में व्यवसायियों को हो रही परेशानी से रिबेट दिया गया, जिसका फ्रॉड ने फेक ट्रांजैक्शन कर फायदा उठाया. उन्होंने बताया कि कोलकाता, मुंबई और गुजरात में यह गिरोह सक्रिय है. वहीं, उन्होंने बताया कि 600 करोड़ के राजस्व का नुकसान तो हुआ है, लेकिन यह आंकलन कर पाना मुश्किल है कि आखिर किस राज्य को कितने का नुकसान हुआ. सरकार इन फ्रॉड पर अंकुश लगाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है, जिसके लिए इंटेलिजेंस सेल बनाया गया और कोऑर्डिनेशन टीम दूसरे राज्य से संपर्क में है.

वित्तीय वर्ष 2014 15 में कार्य-

  • 8385.4 करोड़ रुपए के राजस्व का संग्रहण
  • आईटी इकाइयों को विद्युत शुल्क की देता से विमुक्ति
  • मेगा प्रोजेक्ट फॉर कैपटिव पावर प्लांट को 50% की सीमा तक विद्युत शुल्क कि देयता से विमुक्ति
  • रिन्यूएबल सोर्स से ऊर्जा उत्पादन करने वाले ऊर्जा संयंत्र को 50 प्रतिशत की देयता से विमुक्ति

वित्तीय वर्ष 2015 -16 में हुए कार्य-

  • 9189.43 करोड़ रुपये के राजस्व संग्रहण
  • निबंधन प्रक्रिया का सरलीकरण

वित्तीय वर्ष 2016-17 -

  • 10832.04 करोड़ के राजस्व का संग्रहण
  • 2 करोड़ तक के टर्नओवर वाले व्यवसायियों को कर से छुटकारा
  • कैशलेस ट्रांसेक्शन्स को बढ़ावा
  • टायर ट्यूब की खरीद पर कर दर में गिरावट
  • परिवहन हेतु 50 हज़ार की सीमा को बढ़ाकर एक लाख
  • एलईडी बल्ब पर कर दर 14 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत

वित्तीय वर्ष 2017-18 -

  • 11368 करोड़ रुपये के राजस्व का संग्रहण
  • झारखंड माल एवं सेवा कर अधिनियम
  • जीएसटी की सफलतापूर्वक क्रियान्वन के लिए अडवाइजरी कमिटी के गठन
  • मुनाफाखोरी रोकने के लिए कमिटी के गठन

वित्तीय वर्ष 2018-19 -

  • 12953.7 करोड़ के राजस्व की वसूली
  • 94,939 नए व्यवसाइयों का निबंधन
  • डीजल एवं पेट्रोल में वैट की राशि मे कमी
Intro:
रांची


बाइट.....प्रशांत कुमार,सचिव,वाणिज्य कर विभाग

वन कंट्री वन टैक्स के उद्देश्य से साल 2017 में देशभर में जीएसटी लागू किया गया।नए नियम से हो रहे व्यवसायियों की परेशानी से निजात दिलाने के लिए रिबेट भी दिए गए लेकिन इस दौरान जीएसटी फ्रॉड सक्रिय हुए और सरकार को 600 करोड़ के राजस्व का नुकसान पहुंचाया।



जीएसटी के दौरान सक्रिय हुए जीएसटी फ्रॉड
600 करोड़ के राजस्व का लगाया चूना
कुल 43 मामले अब तक हुए डिटेक्ट
25 में एफआईआर कर हो रही कार्रवाई
फेक इनवॉइस जेनरेट कर किया फ्रॉड


जीएसटी के लॉन्च होने के बाद अब तक कुल 43 मामले जीएसटी फ्रॉड के डिटेक्ट किए गए हैं जिनमें 25 कंपनियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर कार्रवाई हो रही है वाणिज्य कर विभाग सचिव प्रशांत कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जीएसटी में व्यवसायियों को आ रही परेशानी से रिवेट दिया गया जिसका ट्रॉट ने फेक ट्रांजैक्शन कर फायदा उठाया। उन्होंने बताया कि कोलकाता मुंबई और गुजरात में यह गिरोह सक्रिय है । वहीं उन्होंने बताया कि 600 करोड़ के राजस्व का नुकसान तो हुआ है लेकिन यह आंकलन कर पाना मुश्किल है कि आखिर किस राज्य को कितने का नुकसान हुआ लेकिन सरकार इन फ्रॉड पर अंकुश लगाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही।जिसके लिए इंटेलिजेंस सेल बनाया गया और कोऑर्डिनेशन टीम दूसरे राज्य से संपर्क में है



Body:वाणिज्य कर विभाग द्वारा साल 2019 तक के कार्यो कीे जानकारी देते हुए सचिव ने साढ़े 4 साल की उपलब्धियों गिनाई।सचिव प्रशांत कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में संग्रहित राजस्व गत वित्तीय वर्ष के इसी अवधि तक संग्रहित राजस्व से लगभग साढ़े 10 सो करोड़ अधिक है। मामले की जानकारी देते हुए सचिव प्रशांत कुमार ने अलग अलग वित्त वर्षों के कार्यों का विवरण भी दिया।


वित्तीय वर्ष 2014 15 में कार्य
8385.4 करोड़ रुपए के राजस्व का संग्रहण
आईटी इकाइयों को विद्युत शुल्क की देता से विमुक्ति
मेगा प्रोजेक्ट फॉर कैपटिव पावर प्लांट को 50% की सीमा तक विद्युत शुल्क कि देयता से विमुक्ति
रिन्यूएबल सोर्स से ऊर्जा उत्पादन करने वाले ऊर्जा संयंत्र को 50 प्रतिशत की देयता से विमुक्ति

वित्तीय वर्ष 2015 -16 में हुए कार्य
9189.43 करोड़ रुपये के राजस्व संग्रहण
निबंधन प्रक्रिया का सरलीकरण

वित्तीय वर्ष 2016-17
10832.04 करोड़ के राजस्व का संग्रहण
2 करोड़ तक के टर्नओवर वाले व्यवसायियों को कर से छुटकारा
कैशलेस ट्रांसेक्शन्स को बढ़ावा
टायर ट्यूब की खरीद पर कर दर में गिरावट
परिवहन हेतु 50 हज़ार की सीमा को बढ़ाकर एक लाख
एलईडी बल्ब पर कर दर 14 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत

वित्तीय वर्ष 2017 18
11368 करोड़ रुपये के राजस्व का संग्रहण
झारखंड माल एवं सेवा कर अधिनियम
जीएसटी की सफलतापूर्वक क्रियान्वन के लिए अडवाइजरी कमिटी के गठन
मुनाफाखोरी रोकने के लिए कमिटी के गठन

वित्तीय वर्ष 2018 19
12953.7 करोड़ के राजस्व की वसूली
94,939 नए व्यवसाइयों का निबंधन
डीज़ल एवं पेट्रोल में वैट की राशि मे कमी


वाणिज्य कर विभाग द्वरा साढ़े4 साल के लेखा जोखा में विभाग की उपलब्धियां सामने आयी तो वही देशवयापी जीएसटी फ्रॉड के मामले भी प्रकाश में आये।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.