रांची: राज्य सरकार की ओर से संचालित खेल केंद्रों के प्रशिक्षक इन दिनों आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. इन खेल प्रशिक्षकों को 4 महीने से मानदेय नहीं मिला है और इस वजह से इनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खेल प्रशिक्षकों ने खेल निदेशालय और विभाग से मानदेय की मांग की है.
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गौरतलब है कि विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ खेल जगत पर भी कोरोना महामारी का व्यापक असर पड़ा है. तमाम डे बोर्डिंग सेंटर और खेल केंद्र बंद पड़े हैं. एक तरफ जहां खिलाड़ी इन खेल केंद्रों में प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं तो दूसरी ओर खेल प्रशिक्षकों को चार माह से वेतन नहीं मिला है. इससे वर्तमान में इन खेल प्रशिक्षक आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. इधर कई खेल प्रशिक्षक कोरोना से संक्रमित हैं, उनके परिजन इस महामारी की चपेट में हैं. इधर मानदेय नहीं मिलने के कारण के परेशानियों से जूझ रहे हैं.
खेल सचिव को लिखा पत्र
बताते चलें कि आवासीय सेंटर के प्रशिक्षक को 31 हजार रुपये मानदेय दिया जाता है. डे बोर्डिंग सेंटर के प्रशिक्षकों को 11,400 प्रतिमाह मानदेय मिलता है. लेकिन पिछले कुछ महीनों से इन्हें मानदेय नहीं दिया जा रहा है. इस मामले को लेकर खेल प्रशिक्षकों ने एक बार फिर खेल सचिव ,मुख्य सचिव और राज्य सरकार के खेल विभाग को भी अवगत कराया है. इसके बावजूद इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है.
मानदेय के लिए आवंटन नहीं मिला
प्रशिक्षकों का कहना है कि हमारी टीम ने खेल निदेशक से बात की है. उन्हें जानकारी दी है कि खेल विभाग से निदेशालय को इन खेल प्रशिक्षकों को मानदेय देने के लिए आवंटन नहीं मिला है. इधर इसी वजह से शिक्षकों को मानदेय देने में देरी हो रही है, हालांकि मामले को लेकर खेल विभाग से बातचीत की जा रही है. जल्द ही इनका मानदेय रिलीज किया जाएगा.