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प्रेम प्रकाश से सीएम का नाम जोड़े जाने से CMO ने जताई आपत्ति, कानूनी कार्रवाई की चेतावनी - CM Hemant Soren

रांची में प्रेम प्रकाश के घर ईडी की छापामेरी के बाद कई मीडिया संस्थान सीएम से उनका नाम जोड़ रहे है, जिसे लेकर सीएमओ ने आपत्ति जताई है. सीएमओ ने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है. CMO objection to connecting CM Hemant Soren name with Prem Prakash.

CMO objection to connecting CM Hemant Soren name with Prem Prakash
CMO objection to connecting CM Hemant Soren name with Prem Prakash
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Published : Aug 24, 2022, 10:14 PM IST

Updated : Aug 24, 2022, 10:40 PM IST

रांची: बुधवार को ईडी ने रांची में प्रेम प्रकाश के घर छापेमारी की, जहां से दो एके 47 मिला है. कई मीडिया संस्थान की ओर से प्रेम प्रकाश का नाम सीएम के साथ जोड़ा जा रहा है. जिसे लेकर सीएमओ ने आपत्ति दर्ज कराई (CMO objection to connecting CM Hemant Soren name with Prem Prakash) है. सीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म भी मुख्यमंत्री को बदनाम करने वाला पोस्ट कर रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

ये भी पढ़ें- AK 47 बरमादगी से गरमाई झारखंड की सियासत, एनआईए जांच की मांग

सीएमओ ने जताई आपत्ति: इधर, झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक प्रेस नोट जारी कर राज्य में चल रही ईडी की छापेमारी के संदर्भ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम आरोपी के साथ जोड़े जाने के मामले पर गहरी आपत्ति जतायी गई है. कहा गया है कि यह किसी भी राज्य सरकार के मुख्यमंत्री के सार्वजनिक पद की गरिमा का पूर्ण उल्लंघन है. झारखंड सरकार ने भारत सरकार की एजेंसियों द्वारा की गई सभी जांच और कार्रवाई में अब तक हरसंभव सहयोग किया है. इस मामले में कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म भी मुख्यमंत्री को बदनाम करने वाला पोस्ट कर रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

दो AK 47 व कारतूस बरामदगी के बाद झारखंड राजनीति गरमा गई है. सत्ता के गलियारों में चर्चित प्रेम प्रकाश के यहां से मिले दो AK 47 के मामले में झारखंड पुलिस ने 2 जवानों को निलंबित कर दिया है. हालांकि आला हाकिम हुक्काम ने 2 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर मामले में यह बता दिया कि हथियार झारखंड पुलिस की है, लेकिन इसके साथ ही कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. रांची पुलिस के दो AK 47 मिलने के बाद यह अंदेशा जताया जा रहा है कि प्रेम प्रकाश को सीधे तौर पर बॉडीगार्ड तो नहीं मिले थे तो फिर उनके घर से दो AK 47 और 60 गोलियां कैसै मिली?

बाबूलाल ने किए रांची पुलिस से सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रांची पुलिस के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी किए जाने के बाद पुलिस से सवाल पूछे हैं. उन्होंने सवाल उठाया है कि पुलिस यह बताए कि ये बॉडीगार्ड किसके नाम से कब और कहां के लिये निर्गत किए गए थे? जिस स्थान पर पदस्थापित था वहां से पैदल आ रहे थे या गाड़ी से? हथियार के साथ सिपाही मुख्य सड़क से घर जाते हैं या गली मुहल्ले घूमते हुए? बाबूलाल मरांडी ने मांग की है कि पुलिस इन बाडीगार्डस/हथियार के ढाई सालों के पदस्थापन/आवंटन का पूरा विवरण बताये? सबकुछ शीशे की तरह दिख जायेगा?

ये भी पढ़ें- AK 47 मामले में दो पुलिसकर्मी निलंबित, रांची में ईडी की छापेमारी के दौरान प्रेम प्रकाश के घर से मिले थे हथियार

एनआईए जांच की मांग की: बाबूलाल मरांडी के अलावा गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे ने हथियार बरामदगी की जांच एनआईए से कराने की मांग की है. बाबूलाल मरांडी ने गृह मंत्रालय व एनआईए को टैग करते हुए लिखा है कि सरकारी हथियारों का भी अवैध इस्तेमाल करवाया जा रहा होगा? और हो न हो उग्रवादियों-आतंकवादियों तक की सरकारी हथियारों तक पहुंच होगी. ऐसे में एनआईए इस मामले को गंभीरता से ले और गहराई से इसकी जांच करे.

सरयू राय ने भी लगाया गंभीर आरोप: सरयू राय ने पूरे मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि ऐसा लगता है कि झारखंड सरकार के पुलिस महकमे में गैंग ऑफ वासेपुर कायम हो गया है. प्रेम प्रकाश के घर से मिले 2 एके 47 रायफलों की जांच एनआईए को सौंपी जाए, दोषियों पर कार्रवाई हो, भले ही वे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हों. सरयू राय ने कहा कि प्रेम प्रकाश की आलमारी में रखे दो एके-47 राइफल बताते हैं कि राजनीतिक भ्रष्टाचार आपराधिक आयाम ले चुका है.

रांची: बुधवार को ईडी ने रांची में प्रेम प्रकाश के घर छापेमारी की, जहां से दो एके 47 मिला है. कई मीडिया संस्थान की ओर से प्रेम प्रकाश का नाम सीएम के साथ जोड़ा जा रहा है. जिसे लेकर सीएमओ ने आपत्ति दर्ज कराई (CMO objection to connecting CM Hemant Soren name with Prem Prakash) है. सीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म भी मुख्यमंत्री को बदनाम करने वाला पोस्ट कर रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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सीएमओ ने जताई आपत्ति: इधर, झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक प्रेस नोट जारी कर राज्य में चल रही ईडी की छापेमारी के संदर्भ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम आरोपी के साथ जोड़े जाने के मामले पर गहरी आपत्ति जतायी गई है. कहा गया है कि यह किसी भी राज्य सरकार के मुख्यमंत्री के सार्वजनिक पद की गरिमा का पूर्ण उल्लंघन है. झारखंड सरकार ने भारत सरकार की एजेंसियों द्वारा की गई सभी जांच और कार्रवाई में अब तक हरसंभव सहयोग किया है. इस मामले में कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म भी मुख्यमंत्री को बदनाम करने वाला पोस्ट कर रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

दो AK 47 व कारतूस बरामदगी के बाद झारखंड राजनीति गरमा गई है. सत्ता के गलियारों में चर्चित प्रेम प्रकाश के यहां से मिले दो AK 47 के मामले में झारखंड पुलिस ने 2 जवानों को निलंबित कर दिया है. हालांकि आला हाकिम हुक्काम ने 2 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर मामले में यह बता दिया कि हथियार झारखंड पुलिस की है, लेकिन इसके साथ ही कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. रांची पुलिस के दो AK 47 मिलने के बाद यह अंदेशा जताया जा रहा है कि प्रेम प्रकाश को सीधे तौर पर बॉडीगार्ड तो नहीं मिले थे तो फिर उनके घर से दो AK 47 और 60 गोलियां कैसै मिली?

बाबूलाल ने किए रांची पुलिस से सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रांची पुलिस के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी किए जाने के बाद पुलिस से सवाल पूछे हैं. उन्होंने सवाल उठाया है कि पुलिस यह बताए कि ये बॉडीगार्ड किसके नाम से कब और कहां के लिये निर्गत किए गए थे? जिस स्थान पर पदस्थापित था वहां से पैदल आ रहे थे या गाड़ी से? हथियार के साथ सिपाही मुख्य सड़क से घर जाते हैं या गली मुहल्ले घूमते हुए? बाबूलाल मरांडी ने मांग की है कि पुलिस इन बाडीगार्डस/हथियार के ढाई सालों के पदस्थापन/आवंटन का पूरा विवरण बताये? सबकुछ शीशे की तरह दिख जायेगा?

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एनआईए जांच की मांग की: बाबूलाल मरांडी के अलावा गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे ने हथियार बरामदगी की जांच एनआईए से कराने की मांग की है. बाबूलाल मरांडी ने गृह मंत्रालय व एनआईए को टैग करते हुए लिखा है कि सरकारी हथियारों का भी अवैध इस्तेमाल करवाया जा रहा होगा? और हो न हो उग्रवादियों-आतंकवादियों तक की सरकारी हथियारों तक पहुंच होगी. ऐसे में एनआईए इस मामले को गंभीरता से ले और गहराई से इसकी जांच करे.

सरयू राय ने भी लगाया गंभीर आरोप: सरयू राय ने पूरे मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि ऐसा लगता है कि झारखंड सरकार के पुलिस महकमे में गैंग ऑफ वासेपुर कायम हो गया है. प्रेम प्रकाश के घर से मिले 2 एके 47 रायफलों की जांच एनआईए को सौंपी जाए, दोषियों पर कार्रवाई हो, भले ही वे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हों. सरयू राय ने कहा कि प्रेम प्रकाश की आलमारी में रखे दो एके-47 राइफल बताते हैं कि राजनीतिक भ्रष्टाचार आपराधिक आयाम ले चुका है.

Last Updated : Aug 24, 2022, 10:40 PM IST
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