रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से श्रावणी मेले के मद्देनजर देवघर और दुमका जिले के उपायुक्त के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात की. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार संक्रमण के काल में किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती है, इसी वजह से राज्य सरकार ने श्रावणी मेले का आयोजन इस साल नहीं करने का निर्णय लिया है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों के उपायुक्तों को दिशा-निर्देश भी दिए. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह पुलिस महानिदेशक एमवी राव समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
कोरोना संक्रमण के कारण श्रावनी मेले का आयोजन संभव नहीं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पष्ट कर दिया कि कोरोना संक्रमण की वजह से इस साल श्रावणी मेले का आयोजन संभव नहीं है. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने बकायदा दुमका और देवघर जिले के उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की और उन्हें श्रावणी मेला के आयोजन के परिप्रेक्ष्य में दिशा निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि सावन के महीने में पूरे देश से श्रद्धालु बाबाधाम और बासुकीनाथ आते हैं, ऐसे में राज्य सरकार किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती, जिसके वजह से झारखंड महामारी के बुरे दौर में चला जाए.
हल्के में न लें संक्रमण को
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि संक्रमण को हल्के में नहीं लेना है, इसके प्रति गंभीरता जरूरी है. उन्होंने कहा कि सामाजिक व्यवस्था और परंपरा को स्थगित करते हुए काम करना है, प्रोटोकॉल के तहत सिर्फ पुजारी भगवान की आराधना कर रहे हैं, श्रद्धालु वहां नहीं आ रहे हैं, ऐसे में दुमका और बासुकीनाथ मंदिर कैंपस के भीतरी और बाहरी इलाके का निरीक्षण जिला प्रशासन करें, साथ ही जहां भी जरूरत हो सुविधाओं को देखते हुए मरम्मत का काम भी किया जाए. उन्होंने कहा कि बाबा मंदिर और बासुकिनाथ मंदिर का रंग रोगन कर भव्यता प्रदान की जाए, साथ ही पूरे मंदिर परिसर को हाइजेनिक बनाया जाए.
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सीएम ने दिया ये दिशा निदेश
- मुख्यमंत्री ने सीधा निर्देश दिया कि शिवगंगा में किसी को स्नान नहीं करने दिया जाए, उसकी बैरिकेडिंग कर दी जाए.
- श्रद्धालुओं को एक जगह एकत्रित होने से रोका जाए.
- किसी भी राज्य से बस देवघर और दुमका की सीमा तक न आने पाए.
- झारखंड की सीमा पर सूचना पट्ट लगाया जाए ताकि लोगों को पता चले कि संक्रमण की वजह से श्रावणी मेला स्थगित है.
- इस काम में पंडा समाज के लोग और जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए.
- पूरे प्रोटोकॉल के साथ तय समय में पूजन का कार्य भी सुनिश्चित हो.
स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, पुलिस महानिदेशक एमवी राव, पर्यटन विभाग की सचिव पूजा सिंघल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. बता दें कि देवघर में आयोजित होने वाली श्रावणी मेले के मामले पर शुक्रवार को झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई होने वाली है.