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मिशन 2024 पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन! जुलाई के पहले हफ्ते से शुरू करेंगे 14 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा

झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जुलाई के प्रथम सप्ताह से राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री का यह दौरा राजनीतिक मायनों में काफी अहम माना जा रहा है.

CM Hemant Soren will tour 14 Lok Sabha constituencies of Jharkhand from first week of July
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Published : Jun 17, 2023, 9:23 PM IST

Updated : Jun 17, 2023, 9:34 PM IST

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रांचीः लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारी शुरू हो चुकी है. एक तरफ केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार सत्ता पाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती, दूसरी ओर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष एकजुट होने की तैयारी में है. जिसको लेकर आगामी 23 जून को पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विपक्षी दलों के नेताओं का महाजुटान हो रहा है, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव को जीतने की रणनीति बनाई जाएगी.

इसे भी पढ़ें- झारखंड की धरा से वसुंधरा की हुंकार, तीन दिन, तीन जिले और जुबां पर रहे तीन नाम

भाजपा विरोधी दलों के नेताओं की इस महा जुटान में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शिरकत करेंगे. इसको लेकर पहले ही नीतीश कुमार को वे स्वीकृति दे चुके हैं. इन सबके बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जुलाई के प्रथम सप्ताह से राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करने वाले हैं. इसके जरिए जहां जेएमएम राज्य की सभी 14 सीटों में पार्टी की जमीनी हकीकत का आकलन करेगी वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार के द्वारा हाल के दिनों में लिए गए निर्णय और चलाई जा रही योजना के प्रभाव से अवगत होगी. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री का यह दौरा पलामू क्षेत्र से शुरू होने की संभावना है. पार्टी के द्वारा सीएम के कार्यक्रम को अंतिम रुप देने की तैयारी की जा रही है.

सीएम ने लिए हैं कई अहम फैसले, पार्टी को लाभ मिलने की उम्मीदः 2013 के बाद दूसरी बार 29 दिसंबर 2019 को राज्य की गद्दी संभालने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस कार्यकाल में कई अहम फैसले लिए हैं. जिसमें 1932 खतियान आधारित स्थानीयता नीति, ओबीसी आरक्षण, सरना धर्म कोड विधेयक, निजी कंपनियों में स्थानीय के लिए 75 फीसदी आरक्षण, सरकारी कर्मियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम शामिल हैं. पार्टी को उम्मीद है कि इसका लाभ लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा. ओबीसी आरक्षण, स्थानीय नीति, सरना धर्म कोड जैसे फैसले केन्द्र के भरोसे छोड़कर हेमंत सोरेन ने बीजेपी को करारा जवाब देने के लिए बड़ी राजनीतिक चाल चली है.

झामुमो प्रवक्ता तनुज खत्री बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहते हैं कि जिस तरह से केन्द्र की मोदी सरकार ने नौ वर्षों में देश को जिस तरह से अंतिम पायदान पर खड़ा कर दिया है, उससे लोग आजीज आ चुके हैं. बेरोजगारी, महंगाई और कुछ पूंजीपति मित्रों के हाथों देश का पैसा विदेश में भेजने का काम हो रहा है इससे लोग परेशान हैं. ऐसे में इन सारे मुद्दों को लेकर पार्टी आगामी चुनाव की तैयारी कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अगले महीने होने वाले लोकसभा क्षेत्र भ्रमण पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि राज्य की जनता भ्रष्टाचार, नियोजन नीति और विकास कार्य का हिसाब मुख्यमंत्री से मांगेंगे तो उन्हें जवाब नहीं सुझेगा. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार कहते हैं कि लोकसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री दिवास्वप्न देख रहे हैं. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में झारखंड की सभी 14 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतने का काम करेगी.

2019 में दो सीट यूपीए और 12 सीट पर एनडीए जीता थाः लोकसभा चुनाव 2024 की चल रही तैयारी के बीच कांग्रेस के द्वारा राज्य कि 14 में से 9 सीटों पर चुनाव लड़ने संबंधी आए बयान के बाद जेएमएम ने अपनी गतिविधि को तेज कर दिया है. हालांकि झामुमो के द्वारा यूपीए के अंदर इस तरह का कोई भी फैसला अभी नहीं होने की बात कही जा रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर दौड़ाएं तो यूपीए के खाते में झारखंड की 14 सीटों में से मात्र 2 सीटें आई थी जबकि 12 सीट पर एनडीए ने जीत दर्ज की थी.

संथाल जो झामुमो का गढ़ माना जाता है, वहां से सिर्फ एक सीट राजमहल लोकसभा सीट पर जेएमएम के प्रत्याशी विजय हांसदा चुनाव जीतने में सफल हुए थे. कोल्हान की चाईबासा सीट पर गीता कोड़ा ने जीत दर्ज कर कांग्रेस का खाता खोलने में सफल रही थी. अगर बात करें एनडीए की तो बीजेपी को 11 और आजसू को गिरिडीह सीट के रुप में एक सीट पर सफलता मिली थी. बहरहाल चुनावी सरगर्मी के बीच सीएम हेमंत सोरेन अपनी सरकार के कामकाज के साथ-साथ दौरे पर भी अगले महीने से दिखेंगे जो संभवत: बीजेपी के बाद देश के पहले गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे जो लोकसभा चुनाव को लेकर पहल करना शुरू कर दिया है.

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रांचीः लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारी शुरू हो चुकी है. एक तरफ केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार सत्ता पाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती, दूसरी ओर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष एकजुट होने की तैयारी में है. जिसको लेकर आगामी 23 जून को पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विपक्षी दलों के नेताओं का महाजुटान हो रहा है, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव को जीतने की रणनीति बनाई जाएगी.

इसे भी पढ़ें- झारखंड की धरा से वसुंधरा की हुंकार, तीन दिन, तीन जिले और जुबां पर रहे तीन नाम

भाजपा विरोधी दलों के नेताओं की इस महा जुटान में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शिरकत करेंगे. इसको लेकर पहले ही नीतीश कुमार को वे स्वीकृति दे चुके हैं. इन सबके बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जुलाई के प्रथम सप्ताह से राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करने वाले हैं. इसके जरिए जहां जेएमएम राज्य की सभी 14 सीटों में पार्टी की जमीनी हकीकत का आकलन करेगी वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार के द्वारा हाल के दिनों में लिए गए निर्णय और चलाई जा रही योजना के प्रभाव से अवगत होगी. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री का यह दौरा पलामू क्षेत्र से शुरू होने की संभावना है. पार्टी के द्वारा सीएम के कार्यक्रम को अंतिम रुप देने की तैयारी की जा रही है.

सीएम ने लिए हैं कई अहम फैसले, पार्टी को लाभ मिलने की उम्मीदः 2013 के बाद दूसरी बार 29 दिसंबर 2019 को राज्य की गद्दी संभालने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस कार्यकाल में कई अहम फैसले लिए हैं. जिसमें 1932 खतियान आधारित स्थानीयता नीति, ओबीसी आरक्षण, सरना धर्म कोड विधेयक, निजी कंपनियों में स्थानीय के लिए 75 फीसदी आरक्षण, सरकारी कर्मियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम शामिल हैं. पार्टी को उम्मीद है कि इसका लाभ लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा. ओबीसी आरक्षण, स्थानीय नीति, सरना धर्म कोड जैसे फैसले केन्द्र के भरोसे छोड़कर हेमंत सोरेन ने बीजेपी को करारा जवाब देने के लिए बड़ी राजनीतिक चाल चली है.

झामुमो प्रवक्ता तनुज खत्री बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहते हैं कि जिस तरह से केन्द्र की मोदी सरकार ने नौ वर्षों में देश को जिस तरह से अंतिम पायदान पर खड़ा कर दिया है, उससे लोग आजीज आ चुके हैं. बेरोजगारी, महंगाई और कुछ पूंजीपति मित्रों के हाथों देश का पैसा विदेश में भेजने का काम हो रहा है इससे लोग परेशान हैं. ऐसे में इन सारे मुद्दों को लेकर पार्टी आगामी चुनाव की तैयारी कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अगले महीने होने वाले लोकसभा क्षेत्र भ्रमण पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि राज्य की जनता भ्रष्टाचार, नियोजन नीति और विकास कार्य का हिसाब मुख्यमंत्री से मांगेंगे तो उन्हें जवाब नहीं सुझेगा. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार कहते हैं कि लोकसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री दिवास्वप्न देख रहे हैं. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में झारखंड की सभी 14 सीटें भारतीय जनता पार्टी जीतने का काम करेगी.

2019 में दो सीट यूपीए और 12 सीट पर एनडीए जीता थाः लोकसभा चुनाव 2024 की चल रही तैयारी के बीच कांग्रेस के द्वारा राज्य कि 14 में से 9 सीटों पर चुनाव लड़ने संबंधी आए बयान के बाद जेएमएम ने अपनी गतिविधि को तेज कर दिया है. हालांकि झामुमो के द्वारा यूपीए के अंदर इस तरह का कोई भी फैसला अभी नहीं होने की बात कही जा रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर दौड़ाएं तो यूपीए के खाते में झारखंड की 14 सीटों में से मात्र 2 सीटें आई थी जबकि 12 सीट पर एनडीए ने जीत दर्ज की थी.

संथाल जो झामुमो का गढ़ माना जाता है, वहां से सिर्फ एक सीट राजमहल लोकसभा सीट पर जेएमएम के प्रत्याशी विजय हांसदा चुनाव जीतने में सफल हुए थे. कोल्हान की चाईबासा सीट पर गीता कोड़ा ने जीत दर्ज कर कांग्रेस का खाता खोलने में सफल रही थी. अगर बात करें एनडीए की तो बीजेपी को 11 और आजसू को गिरिडीह सीट के रुप में एक सीट पर सफलता मिली थी. बहरहाल चुनावी सरगर्मी के बीच सीएम हेमंत सोरेन अपनी सरकार के कामकाज के साथ-साथ दौरे पर भी अगले महीने से दिखेंगे जो संभवत: बीजेपी के बाद देश के पहले गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे जो लोकसभा चुनाव को लेकर पहल करना शुरू कर दिया है.

Last Updated : Jun 17, 2023, 9:34 PM IST

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