रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस साल के बजट को ऐतिहासिक बजट बताते हुए इसकी सराहना की है. विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 20 सालों में सिर्फ बजट एक कागजी कार्रवाई के रूप में देखने को मिला, लेकिन इस बार का बजट देखने से यह पता चलता है कि यहां के लोगों की समस्या के समाधान से जुड़ा हुआ बजट है.
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बजट ऐतिहासिक, बहुत काम बाकीः बजट को लेकर उन्होंने कहा कि बजट बनाने से पहले झारखंड की जरूरतों के साथ साथ यहां की सवा तीन करोड़ जनता और यहां के संसाधनों का भी ध्यान रखा जाता है. बजट में सामाजिक सुरक्षा को लेकर कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं. लेकिन अभी बहुत काम करने हैं..
दूरगामी प्रभाव देने वाला है बजटः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पिछले बजट के अनुपात में इस बार के बजट में 15% का इजाफा हुआ है और इस राज्य को और भी संसाधनों की जरूरत आने वाले समय में होगी. फिलहाल सरकार की जितना क्षमता है उसके अनुरूप एक संतुलित और आने वाले समय में दूरगामी परिणाम देने वाला यह बजट है.
विपक्ष के आरोपों पर पलटवारः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बजट के बाद अगला बजट जब आएगा तब तेजी से राज्य बदलता हुआ दिखेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष के द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि सरप्लस बजट को पूर्ववर्ती सरकार खा गए. अब हम लोगों का प्रयास होगा कि आने वाले समय में राज्य के विकास के लिए अपने संसाधनों का सदुपयोग किया जाय. हमारी सरकार का प्रयास होगा कि वित्तीय प्रबंधन करते हुए अपने राज्य के संसाधनों का उपयोग कर अधिक से अधिक राजस्व संग्रह के साथ-साथ विकास की गति को आगे बढ़ाये ताकि इसका लाभ पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को मिल सके.
हम लोगों ने बजट को इस तरह से बनाने का प्रयास किया है कि आमजनों को ही नहीं इसका लाभ मिले, बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी इसका लाभ मिले. बजट को बनाने में दूरदर्शिता पर खास ध्यान दिया गया है साथ बनाया गया है. विपक्ष अच्छे कामों को भी सराह नहीं सकता है. मेरा मानना है कि लोकतंत्र में आलोचना होनी चाहिए, खासकर वर्तमान राजनीतिक हालात को देखें तो लंबे समय तक इन्हें राज्य की दशा और दिशा देने के लिए सत्ता मिली थी, मगर 2019 के बाद जो हमें चुनौतियों के साथ जिम्मेदारियां मिली, हमने चुनौतियों को भी बड़ी जिम्मेदारी के साथ निभाया है. वर्तमान में पुन: चुनौती सुखाड़ की है. उसको भी हम लोग निभायेंगे, ऐसे हालात में हम लोगों को बेहतर सहायता पहुंचा सके यह तैयारी की जा रही है.
इसलिए आज जो बजट आया है वह निश्चित रूप से हम यह कह सकते हैं कि इस राज्य के लिए ऐतिहासिक है जो राज्य पर बड़ा असर डालेगा. नियोजन नीति में किए गए संशोधन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जन भावनाओं के अनुरूप कदम उठाती रही है. यह जो बदलाव किए गए हैं इसमें हमने यहां के नौजवानों से पूछा कि किस रास्ते से चलें. वर्तमान परिस्थिति जो है वह परिस्थिति बिगड़ी हुई है. उसको पूर्णतया दुरुस्त करने में कुछ वक्त लगेगा लेकिन विकास की गति ना तो धीमी होगी और ना ही रुकेगी, इसी क्रम में सारी चीजों को बेहतर देते हुए यह सरकार आगे बढ़ी है.