रांचीः विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्तदान कर सभी स्वस्थ लोगों से जरूरतमंदों के लिए ब्लड डोनेट करने की अपील की. इस दौरान रांची में हुई हिंसा पर मीडिया ने सवाल पूछा तो मुख्यमंत्री ने कहा कि "क्या चाहते हैं पेट्रोल-डीजल लेकर निकल जाएं". मुख्यमंत्री ने इशारों इशारों में यह बताने की कोशिश की कि पूरी घटना किस वजह से हुई.
13 जून को प्रोजेक्ट भवन से निकलते वक्त मीडिया से मुखातिब होते हुए सीएम ने कहा था कि कई बार आवेश और तैस में अकसर हां कुछ गलतियां हो जाती हैं. इसी का हवाला देते हुए मीडिया ने सीएम से जानना चाहा कि उनके कहने का मतलब क्या था. इस मामले पर बयान देने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ब्लड डोनेट करने आए जगुआर के जवानों की हौसला अफजाई की. आज मुख्यमंत्री के अलावा उनके सचिव विनय चौबे, एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर और आईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने भी ब्लड डोनेट किया.
दूसरी तरफ विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर प्रोजेक्ट भवन में स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान एचआईवी एड्स पर आधारित कॉमिक्स का विमोचन किया गया. कॉमिक्स के जरिए लोगों में एचआईवी एड्स के प्रति जागरूकता लाने की कोशिश की गई है. इस मौके पर एक शिकायत निवारण पर आधारित वेबसाइट का भी अनावरण किया गया. वही रांची के सदर अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट का भी ऑनलाइन उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अरुण सिंह, एड्स कंट्रोल सोसायटी के निदेशक डॉ भुवनेश प्रताप सिंह के अलावा एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर मौजूद थे.