रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अभिभाषण के दौरान सरकार की संक्षिप्त दिशा और मंशा को दर्शाया है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण पूरी तरह संतुलित था लेकिन विपक्ष के लोग उसे कांग्रेस का भी भाषण बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरान विपक्षी दलों का सदन से वॉक आउट दरअसल उनके दर्द को दर्शा रहा है.
BJP को नहीं था विपक्ष में जाने का अहसास
हेमंत सोरेन ने कहा कि विधानसभा चुनावों के पहले भाजपा को यह अहसास नहीं था कि विपक्ष में जाना पड़ेगा. इसलिए उनके सदस्यों ने सदन से बॉयकॉट कर दिया, बुधवार को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र की समाप्ति के बाद उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अगले 5 साल में एक लकीर खींचने का काम करेगी. इसकी शुरुआत पहली कैबिनेट की बैठक से हो गई है.
जेएनयू-जामिया पर निंदा प्रस्ताव पास
वहीं, जेएनयू और जामिया में छात्रों की हुई पिटाई को लेकर राज्य सरकार ने एक निंदा प्रस्ताव पास किया है जो केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि देश और राज्य के विभिन्न कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में धीरे-धीरे जो परिस्थितियां बिगड़ रही हैं. हमारे राज्य में भी लोग जहां तहां लोग इकट्ठे हो रहे हैं और अपनी बातों को रख रहे हैं तो ऐसे में राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है कि केंद्र सरकार को राज्य के हालात से अवगत कराएं.
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गलत चीजों पर सरकार उठाएगी कड़े कदम
सीएम हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि जमशेदपुर में एक महिला गरीबी के कारण बच्चे को बेचने की खबर पर संज्ञान लिया है. बच्चे की रिकवरी करा ली है, इसके साथ ही उस महिला को जो भी सहायता की आवश्यकता है सरकार उसे देगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गलत चीजों पर सरकार कड़े कदम उठाएगी. वहीं सदन में अलग-अलग बातों पर हुए गतिरोध पर उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्य मान,मर्यादा और सुचिता की बात करते हैं लेकिन उनकी मान मर्यादा और सुचिता पता नहीं कहां चली जाती जब वह माइक पकड़ते हैं.