रांचीः झारखंड के सभी घरों तक वर्ष 2024 के अंत तक नल से जल पहुंचाने के अभियान में जुटी हेमंत सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत जागरुकता कार्यक्रम की शुरुआत की है. इसके तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा परिसर से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सभी नौ अंचल के लिए नौ जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम और विभागीय मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी मौजूद थे.
जल जीवन मिशन के कार्यों में आई तेजीः इस मौके पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि 15 अगस्त 2019 से राज्य में जल जीवन मिशन प्रारंभ हुआ था. जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग पांच प्रतिशत घरों में नल से जल की व्यवस्था की गई थी. जो आज बढ़कर 40 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है. राज्य सरकार द्वारा इस अवधि में मात्र 35 प्रतिशत परिवारों को इस योजना का लाभ उपलब्ध कराया था, लेकिन हाल के वर्षों में इस कार्य में तेजी आई है.
राज्य के 296 गांवों के हर घर में योजना के तहत वाटर कनेक्शनः जल सत्यापितः जल जीवन मिशन के तहत राज्य में तेजी से हर घर में नल कनेक्शन देने का कार्य किया जा रहा है. अभी तक 296 गांव के हर घर को नल-जल योजना से जोड़ा गया है. प्रतिदिन औसतन लगभग 3500 घरों में नल कनेक्शन देने का काम सरकार के द्वारा किया जा रहा है. योजना के तहत प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 55 लीटर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. इतना ही नहीं राज्य सरकार के द्वारा राज्य के युवाओं को इस योजना से जोड़ने के लिए उन्हें मैकेनिक, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन आदि का प्रशिक्षण देकर इस कार्य से उन्हें जोड़ा जा रहा है. जिसमें अब तक 5000 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है और इस वर्ष के अंत तक 18000 युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.