रांची: राजधानी में सोना सोभरन मेमोरियल सोसाइटी ने अपने स्कूल में रक्तदान कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फीता काटकर रक्तदान कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रक्तदान करते हुए इसे एक पुनीत कार्य बताया. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सोभरन मेमोरियल सोसायटी की अध्यक्ष कल्पना मुर्मू सोरेन ने सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र भी दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्तदान को लेकर सरकार की स्पष्ट नीति नहीं होने के कारण उसके प्रति लोगों के मन में दुविधा बनी रहती है, देश में लगभग 250 सीसी की चार करोड़ यूनिट रक्त की जरूरत पड़ती है, प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को साल में तीन से चार बार रक्तदान करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्तदान करने से किसी की जिंदगी बच सकती है, इसे जीवनदान के बराबर माना जाता है.
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दिल से मिलती है खुशी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि सामूहिक रक्तदान में शामिल होने के उन्हें काफी कम मौका मिला है. उन्होंने कहा कि झारखंड में स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए नौजवानों को ब्लड डोनेशन कैंप में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए. उन्होंने बताया कि राज्य के जिला स्तरों के अस्पतालों में खून की काफी कमी है, इसे सभी लोग मिलजुल कर ही पूरा कर सकते हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में सभी लोग मिलजुल कर कार्य करेंगे तभी, स्वस्थ समाज और स्वस्थ राज्य का निर्माण होगा.
युवा वर्ग को आगे आने की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्तदान के लिए युवा वर्ग को आगे आने की आवश्यकता है, तभी रक्त की कमी को अस्पतालों में पूरा किया जा सकता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि एक इंसान की रक्त की कमी को पूरा दूसरा इंसान ही कर सकता है, इसका कोई दूसरा विकल्प नहीं है.