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बसंत पंचमी पर देवघर में भोलेनाथ को तिलक चढ़ाने आए श्रद्धालुओं बुरा हाल, ठंड में खुले आसमान तले रात गुजारने को विवश लोग - BASANT PANCHAMI 2025

बसंत पंचमी पर मिथिलांचल से देवघर बाबाधाम पहुंचे तिलकहरू का बुरा हाल है. उन्हें खुले आसमान के नीचे रात बितानी पड़ रही है.

Basant Panchami In Deoghar
देवघर में खुले आसमान के नीचे रात गुजारते श्रद्धालु. (कोलाज इमेज-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 2, 2025, 3:18 PM IST

देवघर: बसंत पंचमी के अवसर पर बाबा नगरी देवघर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. खासकर मिथिलांचल के तिलकहरू बसंत पंचमी पर देवघर पहुंचते हैं और भोलेनाथ का तिलक चढ़ाते हैं. हर साल की भांति इस साल भी मिथिला से श्रद्धालुओं का जत्था देवघर पहुंच गया है. लेकिन श्रद्धालु जिला प्रशासन की व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं.

बसंत पंचमी को लेकर देवघर में प्रशासन की व्यवस्था से नाखुश श्रद्धालुओं का बयान. (वीडियो-ईटीवी भारत)

व्यवस्था के प्रति श्रद्धालुओं ने जताई नाराजगी

देवघर पहुंचे श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है. मिथिला क्षेत्र के सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा, बेगूसराय, समस्तीपुर जिले से आए श्रद्धालुओं ने कहा कि सावन के महीने में जिस तरह से जिला प्रशासन की ओर से इंतजाम किए जाते हैं उसकी तुलना में 10 प्रतिशत भी इंतजाम बसंत पंचमी पर नहीं किए गए हैं.

खुले आसमान तले रात गुजारने को विवश

सीतामढ़ी जिला से देवघर पहुंचे श्रद्धालु नवल यादव ने कहा कि बसंत पंचमी पर मिथिला क्षेत्र के हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और पुरानी परंपरा के तहत भगवान भोलेनाथ का तिलक चढ़ाते हैं. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. जो भी श्रद्धालु देवघर पहुंच रहे हैं वह खुली आसमान में रात गुजारने को विवश हैं. देवघर के बीएड कॉलेज, सराफा स्कूल सहित विभिन्न चौक-चौराहों पर श्रद्धालु रात गुजार रहे हैं.

पानी और शौचालय का भी इंतजाम नहीं

साथ ही जिन जगहों पर श्रद्धालुओं के ठहरने का इंतजाम किया गया है वहां पर न तो पानी के इंतजाम हैं और न ही शौचालय का. ठंड में रात के समय खुली आसमान के नीचे सोने में काफी दिक्कत हो रही है. श्रद्धालु ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं. हालांकि कुछ श्रद्धालु अपने स्तर से तिरपाल डालकर रात गुजार रहे हैं. श्रद्धालुओं ने कहा कि यदि धर्मशाला या छत का इंतजाम कर दिया जाता तो निश्चित रूप से बसंत पंचमी में आए श्रद्धालुओं को राहत मिलती

दूसरी ओर जिला प्रशासन की टीम ने मंदिर के आसपास क्षेत्र का निरीक्षण किया. प्रशासन ने बसंत पंचमी पर बेहतर व्यवस्था का दावा किया है. साथ ही अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं के सुगम जलार्पण के लिए सभी व्यवस्था पूरी कर ली गई है.

देवघर में बसंत पंचमी मेला का खास महत्व

आपको बताते चलें कि देवघर में बसंत पंचमी मेले का भी विशेष महत्व है. बसंत पंचमी से शिवरात्रि तक प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु देवघर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करते हैं. इस बार भी बसंत पंचमी पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के देवघर पहुंचने का अनुमान है.

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बसंत पंचमी को लेकर देवघर में प्रशासन की व्यवस्था से नाखुश श्रद्धालुओं का बयान. (वीडियो-ईटीवी भारत)

व्यवस्था के प्रति श्रद्धालुओं ने जताई नाराजगी

देवघर पहुंचे श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है. मिथिला क्षेत्र के सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा, बेगूसराय, समस्तीपुर जिले से आए श्रद्धालुओं ने कहा कि सावन के महीने में जिस तरह से जिला प्रशासन की ओर से इंतजाम किए जाते हैं उसकी तुलना में 10 प्रतिशत भी इंतजाम बसंत पंचमी पर नहीं किए गए हैं.

खुले आसमान तले रात गुजारने को विवश

सीतामढ़ी जिला से देवघर पहुंचे श्रद्धालु नवल यादव ने कहा कि बसंत पंचमी पर मिथिला क्षेत्र के हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और पुरानी परंपरा के तहत भगवान भोलेनाथ का तिलक चढ़ाते हैं. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. जो भी श्रद्धालु देवघर पहुंच रहे हैं वह खुली आसमान में रात गुजारने को विवश हैं. देवघर के बीएड कॉलेज, सराफा स्कूल सहित विभिन्न चौक-चौराहों पर श्रद्धालु रात गुजार रहे हैं.

पानी और शौचालय का भी इंतजाम नहीं

साथ ही जिन जगहों पर श्रद्धालुओं के ठहरने का इंतजाम किया गया है वहां पर न तो पानी के इंतजाम हैं और न ही शौचालय का. ठंड में रात के समय खुली आसमान के नीचे सोने में काफी दिक्कत हो रही है. श्रद्धालु ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं. हालांकि कुछ श्रद्धालु अपने स्तर से तिरपाल डालकर रात गुजार रहे हैं. श्रद्धालुओं ने कहा कि यदि धर्मशाला या छत का इंतजाम कर दिया जाता तो निश्चित रूप से बसंत पंचमी में आए श्रद्धालुओं को राहत मिलती

दूसरी ओर जिला प्रशासन की टीम ने मंदिर के आसपास क्षेत्र का निरीक्षण किया. प्रशासन ने बसंत पंचमी पर बेहतर व्यवस्था का दावा किया है. साथ ही अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं के सुगम जलार्पण के लिए सभी व्यवस्था पूरी कर ली गई है.

देवघर में बसंत पंचमी मेला का खास महत्व

आपको बताते चलें कि देवघर में बसंत पंचमी मेले का भी विशेष महत्व है. बसंत पंचमी से शिवरात्रि तक प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु देवघर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करते हैं. इस बार भी बसंत पंचमी पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के देवघर पहुंचने का अनुमान है.

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