रांची: कोरोना संक्रमण के कारण भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकाली जा सकी. पिछले 328 वर्षों से चली आ रही परंपरा को इस साल रोकना पड़ा, हालांकि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने दोनों बेटों के साथ भगवान जगन्नाथ के द्वार पर पहुंचे और उनसे क्षमा याचना की.
नहीं निकाली गई रथ यात्रा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा की भारी मन से इस यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया गया, कोरोना संक्रमण के इस दौर में पूरे झारखंड वासी सरकार के निर्णय के साथ खड़े हैं और प्रभु के आशीर्वाद से हम इस पर विजय भी पाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा की झारखंड में कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा रही है और उसके नतीजे भी अब सामने दिखने लगे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई की जल्द ही हम संक्रमण के इस दौर से बाहर निकल आएंगे. उन्होंने भगवान जगन्नाथ के मुख्य द्वार पर आकर राज्य की खुशहाली की कामना की है.
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मुख्यमंत्री ने की फोटोग्राफी
मंदिर परिसर से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री ने फोटोग्राफी की. बता दें रांची में भगवान जगन्नाथ का मंदिर एक पहाड़ी पर अवस्थित है, जहां से नवनिर्मित विधानसभा भवन का अद्भुत नजर दिखाई देता है. इसी क्षेत्र में विधानसभा भवन के निर्माण के कारण विस्थापित लोगों के लिए सरकार की तरफ से कॉलोनी भी बनाई गई है, लिहाजा मुख्यमंत्री ने विधानसभा भवन और विस्थापितों की कॉलोनी को अपने कैमरे में कैद किया. इस दौरान उन्होंने अपने दोनों बेटों को कैमरे में कैद तस्वीरें भी दिखाई.