रांचीः सरकार के 1 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को रांची नगर निगम की महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारंभ किया. फुटबॉल मैदान सरना टोली हातमा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आधुनिक तकनीक से डोर टू डोर कचरा संग्रहण और एमटीएस से डंपिंग साइट तक परिवहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के तहत चयनित नई एजेंसी की ओर से आधुनिक तकनीक से डोर टू डोर कचरा संग्रहण और एमटीएस से डंपिंग साइट तक परिवहन की शुरूआत की गई है. इस मौके पर विधायक बंधु तिर्की, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, नगर विकास और विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे, नगर आयुक्त मुकेश कुमार, सूडा के निदेशक अमित कुमार, मुख्य अभियंता राजदेव सिंह, वार्ड 10 के पार्षद अर्जुन यादव उपस्थित रहे. लेकिन शहर की मेयर आशा लकड़ा पूरे कार्यक्रम से नदारद रहीं.
प्राइमरी कनेक्शन के लिए M/s CDC और सेकेंडरी कलेक्शन के लिए M/s Zonta का चयन किया गया है. इसके तहत रांची नगर निगम क्षेत्र के 53 वार्डों के लगभग 2 लाख आवासों और प्रतिष्ठानों से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के तहत डोर टू डोर कचरा संग्रहण का कार्य किया जाएगा. इस प्रक्रिया में अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित कार्य किए जाएंगे. इसमें आरएफआईडी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही यह प्रयास होगा कि तकनीक के माध्यम से शत प्रतिशत घरों से कचरे का उठाव सुनिश्चित हो सके. नियमावली के अनुसार गीला और सूखा कचरा का उठाव अलग-अलग रूप से किया जाना है. यह पूरी प्रक्रिया अगले 3 महीने में पूरी होने की संभावना है. वहीं गीला और सूखा कचरा उठाने के लिए अलग-अलग वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे और उसके बाद उसे मिनी ट्रांसफर स्टेशन तक ले जाया जाएगा. इस प्रक्रिया की मॉनिटरिंग के लिए निगम कार्यालय में कमांड एंड कंट्रोल रूम स्थापित होगा. जिसमें सभी गतिविधि की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी. वहीं एमटीएस से डंपिंग साइट तक शहर के 15 किलोमीटर दूर निगम के अधिकृत डंपिंग स्थल झिरी तक कचरे का परिवहन किया जाना है. जिसे चयनित एजेंसी की ओर से निगम के चिन्हित लगभग 75 स्थानों पर मानकों के अनुरूप लगभग 222 अंडरग्राउंड डस्टबिन स्थापित किया जाना है. जहां एकत्रित होने वाले कचरे को निगम के डंपिंग साइट तक पहुंचाया जाना है. इसमें लगभग 250 से अधिक वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा. सभी डस्टबिन में बिन लेवल सेंसर लगाया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 का अनुपालन किया जाएगा.
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अनुपस्थिति पर मेयर आशा लकड़ा की दलील
मेयर आशा लकड़ा ने बताया कि उनका पूर्व से कार्यक्रम तय था. साथ ही उन्हें राज्य सरकार की ओर से आमंत्रण सोमवार देर शाम को आया था. यही वजह रही कि राज्य सरकार के कार्यक्रम में वह उपस्थित नहीं हो पाईं.