ETV Bharat / state

झारखंड में नहीं होगा श्रावणी मेला का आयोजन, सीएम ने लिया फैसला

इस बार झारखंड में नहीं होगा श्रावणी मेला का आयोजन, मुख्यमंत्री ने इस बाबत फैसला लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण वर्तमान परिस्थितियों में मंदिर खोलना जन स्वास्थ्य के लिहाज से उचित नहीं है. इस कारण ये फैसला लिया गया है.

Meeting with delegation
प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 8:55 PM IST

Updated : Jul 2, 2020, 11:39 AM IST

रांची: जिले में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रावणी मेले के आयोजन को स्थगित करने का फैसला किया है.

देवघर से झारखंड मंत्रालय पहुंचे पंडा धर्म रक्षिणी सभा के प्रतिनिधियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में मंदिर के दरवाजे खोलना जन स्वास्थ्य के लिहाज से उचित नहीं होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. लेकिन, बाबा भोलेनाथ की कृपा और राज्यवासियों से मिल रहे सहयोग से हम इस महामारी को नियंत्रित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और इसे देखते हुए सरकार आवश्यक कदम उठा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि देवघर जिला प्रशासन को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं. जिससे सुरक्षा में किसी भी तरीके की कमी न हो.

यह भी पढ़ेंः लघु और मध्यम क्षेत्र के एंटरप्रेन्योरों के साथ जयंत सिन्हा का संवाद, आत्मनिर्भर भारत को मिलेगा बल

इसी कड़ी में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज, महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर समेत अन्य ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर कहा कि देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर बंद रहने की वजह से वहां काफी समस्याएं खड़ी हो रही हैं. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से आर्थिक सहायता उपलब्ध करने की मांग भी की. साथ ही साथ झारखंड मंत्रालय में जमशेदपुर से आए ईसाई समाज के प्रतिनिधि मंडल ने भी मुख्यमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के गठन को लेकर अपने विचारों से अवगत कराया. इस मौके पर फादर सलीम टोपनो, फादर विपिन दास समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

रांची: जिले में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रावणी मेले के आयोजन को स्थगित करने का फैसला किया है.

देवघर से झारखंड मंत्रालय पहुंचे पंडा धर्म रक्षिणी सभा के प्रतिनिधियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में मंदिर के दरवाजे खोलना जन स्वास्थ्य के लिहाज से उचित नहीं होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. लेकिन, बाबा भोलेनाथ की कृपा और राज्यवासियों से मिल रहे सहयोग से हम इस महामारी को नियंत्रित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और इसे देखते हुए सरकार आवश्यक कदम उठा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि देवघर जिला प्रशासन को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं. जिससे सुरक्षा में किसी भी तरीके की कमी न हो.

यह भी पढ़ेंः लघु और मध्यम क्षेत्र के एंटरप्रेन्योरों के साथ जयंत सिन्हा का संवाद, आत्मनिर्भर भारत को मिलेगा बल

इसी कड़ी में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज, महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर समेत अन्य ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर कहा कि देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर बंद रहने की वजह से वहां काफी समस्याएं खड़ी हो रही हैं. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से आर्थिक सहायता उपलब्ध करने की मांग भी की. साथ ही साथ झारखंड मंत्रालय में जमशेदपुर से आए ईसाई समाज के प्रतिनिधि मंडल ने भी मुख्यमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के गठन को लेकर अपने विचारों से अवगत कराया. इस मौके पर फादर सलीम टोपनो, फादर विपिन दास समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

Last Updated : Jul 2, 2020, 11:39 AM IST

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.